वाशिंगटन: अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, जो 20 जनवरी को व्हाइट हाउस का कार्यभार संभालने वाले हैं, ने चीन, मेक्सिको और कनाडा पर टैरिफ लगाने की योजना की घोषणा की है. इस घोषणा से संकेत मिलता है कि उनका प्रशासन देश में विनिर्माण नौकरियों को वापस लाने और व्यापार वार्ता के लिए लाभ उठाने के प्रयास में टैरिफ का उपयोग करना जारी रखेगा. हालांकि, ट्रंप की शुरुआती टैरिफ योजनाओं में भारत शामिल नहीं है.
एक सोशल मीडिया पोस्ट में ट्रंप ने कहा कि पदभार ग्रहण करने के तुरंत बाद, वह मेक्सिको और कनाडा से आने वाले सभी सामानों पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने वाले एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर करेंगे. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वह चीनी आयात पर अतिरिक्त 10 प्रतिशत टैरिफ लगाएंगे. यह टैरिफ तबतक जारी रहेगी जब तक चीनी सरकार सिंथेटिक ओपिओइड फेंटेनाइल की तस्करी पर अंकुश नहीं लगाती.
Trump promises 25% universal tariff against America’s largest trading partners. This will likely increase the cost of goods for normal Americans massively. America voted for this — even though Trump was the one who negotiated the trade deal with Canada and Mexico lol. pic.twitter.com/0CL3dFA49y
— Pisco (@PiscoLitty) November 26, 2024
विशेष रूप से, मेक्सिको, चीन और कनाडा तीन अमेरिकी व्यापारिक साझेदार हैं मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ट्रंप के फैसलों का सर्वाधिक असर इसी तीकड़ी पर पड़ेगा. अमेरिका के साथ उनके द्विपक्षीय व्यापार संतुलन के आधार पर देशों की रैंकिंग तैयार करने वाले इकोनॉमिस्ट इंटेलिजेंस यूनिट (ईआईयू) के अनुसार अमेरिकी भारत को ऐसे 10 देशों की अपनी सूची में 8वें स्थान पर रखता है.
ट्रंप ने मंगलवार को कहा कि मैंने चीन के साथ भारी मात्रा में ड्रग्स, खास तौर पर फेंटेनाइल, को अमेरिका में भेजे जाने के बारे में कई बार बातचीत की है. लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. चीन के प्रतिनिधियों ने मुझसे कहा कि वे ऐसा करते पकड़े गए किसी भी ड्रग डीलर के लिए मृत्युदंड सहित अधिकतम दंड लागू करेंगे, लेकिन दुर्भाग्य से, उन्होंने कभी इसका पालन नहीं किया.
नतीजतन, ड्रग्स हमारे देश में आ रहे हैं, इतना ड्रग्स हमारे देश में आ रहा है जितना पहले कभी नहीं आया. उन्होंने कहा कि ज्यादातर मेक्सिको के माध्यम से ड्रग्स आ रहे हैं. जब तक वे बंद नहीं होते, हम चीन से अमेरिका में प्रवेश करने वाले उनके सभी उत्पादों पर मौजूदा टैरिफ के अलावा 10% अतिरिक्त टैरिफ लगाएंगे.
उन्होंने कहा कि 20 जनवरी को, अपने पहले कार्यकारी आदेशों में से एक के रूप में, मैं मेक्सिको और कनाडा से अमेरिका में आने वाले सभी उत्पादों पर 25% टैरिफ लगाने के लिए सभी आवश्यक दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करूंगा. यह टैरिफ तब तक लागू रहेगा जब तक ड्रग्स, खास तौर पर फेंटेनाइल और अवैध अप्रवासी हमारे देश में घुसपैठ करना बंद नहीं कर देते.
हालांकि, अपने अभियान के दौरान, ट्रंप ने भारत को बहुत बड़ा व्यापार दुर्व्यवहार करने वाला करार दिया था. जिससे पता चलता है कि वह अमेरिका को 75 बिलियन डॉलर से अधिक मूल्य के भारतीय निर्यात पर उच्च टैरिफ लगाकर अपने पहले कार्यकाल से एक नये व्यापारिक तनाव को जन्म दे सकता है.
मीडिया रिपोर्ट्स में प्रकाशित बर्नस्टीन रिसर्च की रिपोर्ट के अनुसार, ट्रंप के राष्ट्रपति बनने से चीन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा, लेकिन भारत के लिए लाभ 'सीमित' हो सकते हैं. शोध नोट में इस बात पर प्रकाश डाला गया है कि 'चीन-प्लस-वन' रणनीति गति पकड़ सकती है, लेकिन व्यापार बाधाओं के कारण होने वाली मुद्रास्फीति प्रत्याशित ब्याज दरों में कटौती को बाधित कर सकती है, जिससे भारत में मध्यम वर्ग की खपत प्रभावित हो सकती है.