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महासमुंद : हाथियों के आतंक से ग्रामीण परेशान, दी उग्र आंदोलन की चेतावनी

हाथियों के आतंक से परेशान किसान और ग्रामीणों ने प्रशासन को इस समस्या के खिलाफ कड़ी कार्रवाई न करने पर आंदोलन करने की चेतावनी दी है.

हाथियों के आतंक से परेशान ग्रामीण
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Published : Oct 17, 2019, 2:28 PM IST

Updated : Oct 17, 2019, 3:30 PM IST

महासमुंद: हाथियों के आतंक से किसान और ग्रामीण काफी परेशान हैं. वे दहशत में हैं. कार्रवाई नहीं होने पर ग्रामीणों ने उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है. दूसरी ओर प्रशासन ने किसानों को उचित मुआवजा देने की बात कही है.

हाथियों के आतंक से परेशान ग्रामीण

जिले में पिछले 5 सालों से 52 गांव के ग्रामीण और किसान हाथियों के उत्पात से परेशान हैं. इन 5 सालों में 16 लोग हाथियों के शिकार हो चुके हैं. वहीं पिछले 2 सालों में 5 लोगों की मौत हो चुकी है. वन विभाग ने अब तक हाथियों के चपेट में आए ग्रामीणों को कुल 77 लाख 5 हजार 956 रुपए की आर्थिक सहायता राशि भी वितरित की है. वर्ष 2019 में 5 जनहानि हुई है. फसल हानि के 1899 प्रकरण दर्ज हुए और 686 हेक्टेयर की फसल का नुकसान हुआ है, जिसके एवज में 1 करोड़ 65 लाख 23 हजार 914 रुपए का क्षतिपूर्ति अब तक दी जा चुकी है.

पढ़ें:फ्लैट दिलाने का ऑफर मिले तो रहें सावधान, लूट चुके हैं 27 लाख रुपए

मामले में वन विभाग के आला अधिकारी किसानों को मुआवजा देने का राग अलाप रहे हैं, लेकिन सीधे तौर पर इस समस्या पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है. वहीं सरकार ने भी इस समस्या पर राजनीति शुरू कर दी है.

महासमुंद: हाथियों के आतंक से किसान और ग्रामीण काफी परेशान हैं. वे दहशत में हैं. कार्रवाई नहीं होने पर ग्रामीणों ने उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है. दूसरी ओर प्रशासन ने किसानों को उचित मुआवजा देने की बात कही है.

हाथियों के आतंक से परेशान ग्रामीण

जिले में पिछले 5 सालों से 52 गांव के ग्रामीण और किसान हाथियों के उत्पात से परेशान हैं. इन 5 सालों में 16 लोग हाथियों के शिकार हो चुके हैं. वहीं पिछले 2 सालों में 5 लोगों की मौत हो चुकी है. वन विभाग ने अब तक हाथियों के चपेट में आए ग्रामीणों को कुल 77 लाख 5 हजार 956 रुपए की आर्थिक सहायता राशि भी वितरित की है. वर्ष 2019 में 5 जनहानि हुई है. फसल हानि के 1899 प्रकरण दर्ज हुए और 686 हेक्टेयर की फसल का नुकसान हुआ है, जिसके एवज में 1 करोड़ 65 लाख 23 हजार 914 रुपए का क्षतिपूर्ति अब तक दी जा चुकी है.

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मामले में वन विभाग के आला अधिकारी किसानों को मुआवजा देने का राग अलाप रहे हैं, लेकिन सीधे तौर पर इस समस्या पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है. वहीं सरकार ने भी इस समस्या पर राजनीति शुरू कर दी है.

Intro:एंकर - महासमुंद जिले में हाथियों के आतंक से किसान व ग्रामीण काफी परेशान है हाथी कभी भी कहीं भी आ जा रहे हैं जिससे ग्रामीण दहशत में हैं ग्रामीण व किसान जहां अब उग्र आंदोलन करने के साथ आने वाले समय में धान की फसल लेने से इंकार कर रहे हैं वहीं वन विभाग के आला अधिकारी अपना ही राग आलाप रहे हैं।


Body:वीओ 1 - महासमुंद जिले में पिछले 5 सालों से महासमुंद वन परिक्षेत्र के 52 गांव के ग्रामीण व किसान हाथियों के आतंक से परेशान हैं इन 5 सालों में 16 लोगों को हाथियों ने मौत के घाट उतार दिया है वर्तमान 2 सालों में सबसे ज्यादा जनहानि हुई है शासकीय आंकड़ों पर गौर करें तो वर्ष दो हजार अट्ठारह उन्नीस में पांच जनहानि हुए हैं वन विभाग ने 2000000 का आर्थिक मदद मृतक के परिजनों को दिया हाथियों ने 39 ग्रामीण व 26 मवेशियों को घायल किया जिसके एवज में वन विभाग ने 77 लाख 5 हज़ार 956 रुपए का आर्थिक सहायता दिया एवं फसल हानि के 1821 प्रकरण दर्ज हुए और 258 हेक्टेयर की फसल नुकसान हुई जिसके एवज में 59 लाख 37 हजार ₹719 का क्षतिपूर्ति मिली वर्ष 2019 20 में पांच जनहानि हुए और 12 लाख 30 हजार का आर्थिक मदद मृतक के परिजनों को दिया हाथियों ने 44 ग्रामीण व 8 मवेशियों को घायल किया जिसके एवज में वन विभाग ने 45 लाख ₹3 हज़ार 770 रुपए का आर्थिक सहायता दिया एवं फसल हानि के 1899 प्रकरण दर्ज हुए और 686 हेक्टेयर की फसल नुकसान हुई जिसके एवज में 1 करोड़ 65 लाख 23 हज़ार 914 रूपये का क्षतिपूर्ति मिली किसान व ग्रामीण अब अपने घरों में भी सुरक्षित नहीं हैं 14 अक्टूबर को हाथी कुकराडीह बस्ती में बेखौफ घूम रहा था हाथी की समस्या को लेकर किसान व ग्रामीण अब शासन प्रशासन से आर-पार की लड़ाई का मन बना लिए हैं।


Conclusion:वीओ 2 - इस पूरे मामले में वन विभाग के आला अधिकारी रडा रडा या राग अलाप रहे हैं गौरतलब है कि हाथी की समस्या को लेकर राजनीतिक पार्टियों भी अब राजनीति शुरू कर दी हैं पर सवाल यह है कि शासन-प्रशासन कब तक इन तक ग्रामीणों को हाथियों के आतंक से बचा पाने में सफल हो पाती है

बाइट 1 - योगेश्वर चंद्राकर जनपद सदस्य महासमुंद पहचान सफेद कलर का कुर्ता और माथे पर टीका लगाया हुआ

बाइट 2 - मयंक पांडे डीएफओ महासमुंद पहचान क्रीम कलर का फुल शर्ट और चश्मा लगाया हुआ

हकीमुद्दीन नासिर रिपोर्टर ईटीवी भारत महासमुंद छत्तीसगढ़ मो. 9826555052

नोट - सर बाइट मौजों से और विजुअल ऐप से सेंड कर दिया हूं सर
धन्यवाद।
Last Updated : Oct 17, 2019, 3:30 PM IST
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