महासमुंद: हाथियों के आतंक से किसान और ग्रामीण काफी परेशान हैं. वे दहशत में हैं. कार्रवाई नहीं होने पर ग्रामीणों ने उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है. दूसरी ओर प्रशासन ने किसानों को उचित मुआवजा देने की बात कही है.
जिले में पिछले 5 सालों से 52 गांव के ग्रामीण और किसान हाथियों के उत्पात से परेशान हैं. इन 5 सालों में 16 लोग हाथियों के शिकार हो चुके हैं. वहीं पिछले 2 सालों में 5 लोगों की मौत हो चुकी है. वन विभाग ने अब तक हाथियों के चपेट में आए ग्रामीणों को कुल 77 लाख 5 हजार 956 रुपए की आर्थिक सहायता राशि भी वितरित की है. वर्ष 2019 में 5 जनहानि हुई है. फसल हानि के 1899 प्रकरण दर्ज हुए और 686 हेक्टेयर की फसल का नुकसान हुआ है, जिसके एवज में 1 करोड़ 65 लाख 23 हजार 914 रुपए का क्षतिपूर्ति अब तक दी जा चुकी है.
पढ़ें:फ्लैट दिलाने का ऑफर मिले तो रहें सावधान, लूट चुके हैं 27 लाख रुपए
मामले में वन विभाग के आला अधिकारी किसानों को मुआवजा देने का राग अलाप रहे हैं, लेकिन सीधे तौर पर इस समस्या पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है. वहीं सरकार ने भी इस समस्या पर राजनीति शुरू कर दी है.