महासमुंद: जिले में लगातार दो दिनों से हो रही बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. जिले के ज्यादातर नाले उफान पर हैं. नालों के उफान के कारण लोग मरीजों को खाट पर लेटा कर एक तरफ से दूसरी तरफ ले जा रहे हैं. ग्रामीणों को रस्सी के सहारे आना-जाना करना पड़ रहा है. एक ओर जहां ग्रामीण पुल नहीं होने की दुहाई दे रहे हैं, वहीं आला अधिकारी समुचित व्यवस्था किये जाने की बात कह रहे हैं.
नाला पार करके आना-जाना कर रहे ग्रामीण
जिले के सरायपाली विकासखण्ड मुख्यालय से सात किमी की दूरी पर बसा है गांव भीखापाली. भीखापाली से कोकडी की दूरी मात्र दो किमी है. ग्रामीणों को कोकडी जाने के लिए कोकडी नाले से गुजरना पड़ता है. दो दिनों से लगातार बारिश के कारण नाला उफान पर है. इससे ग्रामीणों को घुटने भर से ज्यादा पानी में घुसकर जाना पड़ रहा है. जिससे कभी भी कोई बडा़ हादसा हो सकता है.
मरीज को खाट पर लेटाकर पार कराते है नाला
गांव में किसी की तबीयत खराब हो जाए तो उसे खाट पर लेटाकर चार लोग अपने कंधों पर उठा कर नाला पार कराते है. बाकी लोग नाले के एक छोर से दूसरे छोर तक रस्सी बांधकर नाले को क्रास करते हैं. ग्रामीण पुल की मांग सालों से करते आ रहे हैं, लेकिन आज तक पुल का निर्माण नहीं हो पाया. बारिश की बात करें तो महासमुंद जिले में 1 जून से अभी तक 612 मिमी बारिश हुई है. ग्रामीणों का कहना है कि नाले के उफान के कारण काफी परेशानी हो रही है.
पूरी व्यवस्था होने की बात कह रहे अधिकारी
इस पूरे मामले में आला अधिकारी समुचित व्यवस्था किये जाने की बात कह रहे हैं. गौरतलब है कि इस तरह की स्थिति जिले में एक या दो जगहों पर ही है.