मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर : कलेक्टर पीएस ध्रुव ने शिक्षक बनकर बच्चों की पढ़ाई करवाई.जिस किसी ने भी कलेक्टर का ये रूप देखा वो दंग रह गया.इस दौरान कलेक्टर पीएस ध्रुव ने मनेंद्रगढ़, खड़गवां और चिरमिरी इलाके के स्कूलों का औचक निरीक्षण कर पढ़ाई और व्यवस्था का जायजा लिया.बच्चे अपने बीच कलेक्टर पीएस ध्रुव को देखकर खुश हो गए. कलेक्टर पीएस ध्रुव ने ब्लैकबोर्ड पर बच्चों को पढ़ाया भी.
कलेक्टर ने किया स्कूलों का दौरा : बात करें उनके शिक्षक अवतार की तो वो इन दिनों स्कूलों का दौरा कर रहे हैं इस दौरान वो मनेंद्रगढ़, खड़गवां और चिरमिरी के आधा दर्जन से अधिक स्कूलों में पहुंचे और शिक्षा के स्तर का विधिवत मुआयना किया. कलेक्टर में इन स्कूलों में जब कलेक्टर साहब कौडिमार गांव के स्कूल पहुंचे. जैसे ही वो पांचवीं क्लास में पहुंचे. तो कलेक्टर साहब का शिक्षक अवतार देखने को मिला. क्लास में रूम में कलेक्टर ध्रुव ने बच्चों को गणित विषय पढ़ाया. इसके बाद कलेक्टर साहब फुनगा गांव के हाई स्कूल पहुंचे. यहां पर उन्होंने 10वीं के बच्चों की क्लास लेकर नर्मदा नदी के उद्गम से लेकर उसके संबंध में विस्तार से जानकारी दी. कलेक्टर ने छात्र-छात्राओं से उनकी पढ़ाई-लिखाई के संबंध में चर्चा की.
बच्चों को किया मोटिवेट : उनसे गणित, विज्ञान भाषा, इतिहास जैसे विषयों से सवाल पूछकर उनके एजुकेशन लेवल को भी परखा.कलेक्टर ने अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए नियमित अध्ययन को महत्वपूर्ण बताया और बच्चों को मोटिवेट किया. कलेक्टर पीएस ध्रुव ने प्राथमिक शाला मेन्ड्राडोला के निरीक्षण के दौरान शाला परिसर में गंदगी पाए जाने पर नाराजगी भी जाहिर की और शिक्षकों को परिसर की स्वच्छता पर ध्यान देने के निर्देश दिए. कलेक्टर ने कक्षा पहली से लेकर चौथी तक के बच्चों से हिन्दी भाषा की पुस्तकें पढ़वाकर उनके वाचन स्तर को परखने के साथ ही पहाड़ा भी पूछा.
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शिक्षा व्यवस्था पर जताई नाराजगी : खड़गवां ब्लॉक के माध्यमिक शाला साजा पहाड़ में अध्ययन-अध्यापन का स्तर संतोषजनक नहीं पाए जाने पर कलेक्टर ने शिक्षकों को अध्यापन की ओर विशेष रूप से ध्यान देने के निर्देश दिए. स्कूल में बालिका विद्यार्थियों की औसत से कम उपस्थिति पर कलेक्टर ने नाराजगी जताई. उन्होंने शिक्षकों को पालकों से सम्पर्क कर बच्चियों को नियमित रूप से स्कूल भेजने की समझाइश देने को कहा. कलेक्टर ने कहा कि लक्ष्य को हासिल करने के लिए नियमित अध्ययन जरूरी है. उन्होंने कहा कि सफलता पाने का कोई शॉर्टकट नहीं होता.
आपको बता दें कि कलेक्टर पीएस ध्रुव कभी खेतों में उतर कर धान काटते नजर आते हैं. कभी कचरा बीनने वाले बच्चों के पढ़ने लिखने की व्यवस्था करने में जुट जाते हैं. तो कभी वो ब्लैक बोर्ड के सामने टीचर के अवतार में नजर आते हैं. दरअसल नवगठित जिले एमसीबी के अस्तित्व में आने के बाद जब से पीएस ध्रुव जिले के कलेक्टर बने हैं. तब से शिक्षा के क्षेत्र में सुधार देखने को मिल रहा है.