रायपुर: भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) ने छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ क्षेत्र में स्थित कुतुल में एक नया कंपनी ऑपरेटिव बेस (सीओबी) स्थापित किया है. कुतुल को नक्सलियों की राजधानी के रूप में जाना जाता है.
अबूझमाड़ में आईटीबीपी: नए सीओबी की स्थापना से अबूझमाड़ में नक्सलियों की गतिविधियों में कमी आएगी और नियंत्रण होगा. अबूझमाड़ छत्तीसगढ़ में एक पहाड़ी और जंगली क्षेत्र है और राज्य के नारायणपुर, बीजापुर और दंतेवाड़ा जिलों के कुछ हिस्सों को कवर करने वाले सबसे दूरस्थ (रिमोट) और सबसे कम आवाजाही वाले क्षेत्रों में से एक है.
अबूझमाड़ में नक्सल गतिविधियां होंगी कम: आईटीबीपी की 41वीं बटालियन ने बुधवार को नया सीओबी खोला. आईटीबीपी के सामरिक क्षेत्र मुख्यालय भुवनेश्वर (ओडिशा) और कोंडागांव (छत्तीसगढ़) के तहत बटालियन राज्य के सबसे ज्यादा नक्सल प्रभावित क्षेत्र अबूझमाड़ में नक्सली गतिविधियों को कम करने और नियंत्रित करने के लिए नए सीओबी खोलने का काम जारी रखे हुए है.
भारत सरकार के मिशन नक्सल उन्मूलन-2026 के अंतर्गत #ITBP की 41वीं वाहिनी द्वारा धुर नक्सल प्रभावित अबूझमाड़ (नारायणपुर, छ.ग.) के कुतुल में नई C.O.B. स्थापित की गई। इससे क्षेत्र में सुरक्षा की भावना मजबूत होगी व नक्सली गतिविधियों पर लगाम लगेगी।#HIMVEERS pic.twitter.com/ADS2N2gyhI
— ITBP (@ITBP_official) February 7, 2025
नए सीओबी खुलने के फायदे: आईटीबीपी के अधिकारियों ने कहा कि नए सीओबी के खुलने से छत्तीसगढ़ में केंद्र सरकार के मिशन कगार-2026 नक्सल उन्मूलन (Kagar-2026 Naxal Eradication)को गति मिलेगी और प्रभावी ढंग से लागू किया जा सकेगा.
नक्सलियों की राजधानी कहलाने वाले कुतुल में अब सीओबी: कुतुल नारायणपुर जिले के कोडेलियार से लगभग 5 किमी आगे है. अबूझमाड़ क्षेत्र में यह नक्सलियों की राजधानी जैसा है. यह मुख्य नक्सल प्रभावित क्षेत्र है. इस कुतुल पोस्ट को खोलने पर आईटीबीपी ने कहा कि इससे वहां रहने वाली आबादी के मन में डर कम होगा और उनके दिलों में सुरक्षा की भावना पैदा होगी. आईटीबीपी ने कहा कि इससे नक्सलियों के इरादों पर काफी हद तक अंकुश लगेगा और क्षेत्र के लोगों को देश की मुख्यधारा में शामिल होने के लिए प्रोत्साहन मिलेगा.
(सोर्स एएनआई)