कोरिया : मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ राज्य के बॉर्डर घुटरीटोला बैरियर के पास मंगलवार को कार में बुजुर्ग की मौत हो गई थी. मौत के बाद परिजनों ने बैरियर पर ही जमकर हंगामा किया. परिवार ने आरोप लगाया था कि उनके पिता की मौत बैरियर पर तैनात लोगों द्वारा रोके जाने के कारण हुई है. वहीं प्रशासन का कहना है कि बैरियर तक पहुंचने के पहले ही बुजुर्ग की मौत हो गई थी.
प्रशासनिक अधिकारी इस घटना में किसी भी तरह की लापरवाही नहीं होने की बात कह रहे हैं. प्रशासन की ओर से कहा गया है कि मृतक का परिवार पारिवारिक कारणों से चिरमिरी से कोरबा होकर बिलासपुर जा रहा था. उन्हें पास जांच के बाद जाने की अनुमति दे दी गई थी.
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वहीं एसडीएम आरपी चौहान का कहना है कि घुटरीटोला बैरियर पर पहुंचने से पहले ही केशव मिश्रा का हार्ट अटैक से निधन हो गया था. ऐसे में बैरियर पर हुई मौत को लेकर सवाल खड़े करना गलत है. एक तरफ जाने की अनुमति देने की बात और दूसरी ओर पहुंचने से पहले ही मौत हो जाने की बात कई सवाल खड़े कर रही है.
क्या था पूरा मामला
एमपी के उमरिया जिले के भरेवा गांव के रहने वाले राकेश मिश्रा अपने पिता केशव मिश्रा और मां के साथ बिलासपुर के अपोलो अस्पताल जा रहे थे. उनके पास अपोलो तक जाने के लिए पास भी था, लेकिन रास्ते में पिता की तबियत बिगड़ने के कारण वह मनेन्द्रगढ़ के सेंट्रल हॉस्पिटल जाना चाह रहे थे, लेकिन बैरियर पर तैनात लोगों ने उन्हे जाने से रोक दिया. परिजनों का कहना है कि इसके कारण उनकी मृत्यु हो गई.
इसके बाद परिजनों का गुस्सा फूट पड़ा और सड़क पर खड़े होकर उन्होंने अपनी नाराजगी दिखाते हुए हंगामा किया. घटना के बाद पुलिस और प्रशासन के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे, जिनके सामने भी परिजनों ने रो-रोकर पूरी घटना बताई. कुछ देर बाद मामला शांत हुआ. मृतक के शव को प्रशासन ने एम्बुलेंस से घर भेज दिया.