कोरबा : नगरीय निकाय चुनाव में पार्षद पद का टिकट नहीं मिलने पर भाजपा नेता धीरेन्द्र मानिकपुरी ने आत्महत्या करने की ठान ली. परिजनों ने इसकी सूचना पुलिस को दी, जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने कोई भी अप्रिय घटना नहीं होने दी.
मामला बांकीमोंगरा का है, जहां रहने वाले धीरेंद्र मानिकपुरी युवा मोर्चा का कार्यकर्ता था. इस बार उसने वार्ड से पार्षद पद के टिकट के लिए दावेदारी की थी. धीरेंद्र ने इसके लिए पार्टी को आवेदन भी दिया था, लेकिन बीजेपी ने टिकट किसी और को दे दिया. इसी बात से दुखी होकर धीरेंद्र ने बुधवार शाम खुदको अपने कमरे में बंद कर लिया. परिवार वालों ने इसकी सूचना पुलिस को दी. सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद धीरेंद्र को कमरे बाहर निकाल लिया.
बताया जा रहा है की धीरेंद्र ने फांसी लगाने की तैयारी कर रखी थी. उसने बाकायदा सुसाइड नोट भी लिख रखा था. हालांकि वह नोट पुलिस के हाथ लगता इससे पहले ही उसने उसे फाड़ दिया. परिजनों ने बताया कि धीरेंद्र लंबे समय से पार्टी से जुड़ा हुआ है और उसने इस बार टिकट मांगा था, लेकिन पार्टी ने उसे टिकट नहीं दिया, जिससे वो काफी परेशान था.
2 दिन की नाराजगी
वहीं इस मामले में बीजेपी के जिलाध्यक्ष अशोक चावलानी का कहना है कि, 'धीरेंद्र हताश जरूर था, लेकिन आत्महत्या करने जैसी कोई बात नहीं है. उसने मुझे फोन किया था, मैंने उसे समझाया भी था. टिकट वितरण के बाद से इस तरह की नाराजगी लगातार हमें झेलनी पड़ रही है, लेकिन यह नाराजगी 2 दिनों की ही रहती है फिर सब ठीक हो जाता है'.