कोरबा: साल 2022 की शुरुआत ही एक गोली कांड से हुई थी. जिसके बाद मेडिकल कॉलेज को मान्यता मिलना एक बड़ी सौगात रही. Year ender 2022 जबकि राज्य भर में पड़े ईडी के छापों में कोरबा का कोयला ही केंद्र बिंदु रहा. वीभत्स हत्या से लेकर पुलिस के निजात अभियान तक, वकील की गिरफ्तारी और खाकी के खिलाफ मोर्चा तक, कलेक्टर वर्सेस मंत्री की जंग भी इस वर्ष की प्रमुख खबरें रहीं. इस वर्ष केंद्रीय पंचायत मंत्री गिरिराज सिंह का दौरा भी खूब सुर्खियों में रहा. big incidents of korba in 2022 जोकि लगभग 5 दिन तक कोरबा जिले में डटे रहे. ऐसा काफी कम ही होता है, जब केंद्रीय मंत्री किसी जिले में 4 से 5 दिन बिताएं. look back 2022
- कोरबा मेडिकल कॉलेज को मिली मान्यता: एनएमसी के कई दौर के निरीक्षण के बाद भी कोरबा जिले को मेडिकल कॉलेज की मान्यता नहीं मिल रही थी. सारे संसाधन उपलब्ध होने के बाद भी मान्यता अटकी हुई थी, लेकिन इस वर्ष जिले को अंततः मेडिकल कॉलेज की मान्यता मिल गई है. जिला अस्पताल का संचालन वेब मेडिकल कॉलेज अस्पताल के तौर पर किया जा रहा है. अब नियमित कक्षाएं भी शुरू हो चुकी हैं.
- वायरल वीडियो ने बटोरी खूब सुर्खियां, लेकिन जांच अभी अधूरी: 2022 के शुरुआत में जिले के गेवरा कोयला खदान का एक तथाकथित वीडियो वायरल हुआ. इसे भाजपा नेता ओपी चौधरी ने ट्वीट किया. जिसमें बड़ी तादाद में लोग खदान से कोयला चोरी करते हुए दिख रहे हैं. इस वीडियो ने कोरबा से लेकर दिल्ली तक सनसनी फैलाई. आईजी रतनलाल डांगी ने जांच बिठाई. 2 टीआई को तत्काल लाइन अटैच कर दिया गया. कुछ समय बाद एसपी भी बदले गए. ओपी चौधरी पर एफआईआर दर्ज हुआ. खदानों से डीजल चोरों का भी वीडियो वायरल हुआ, जिसमें डीजल चोर, सुरक्षा में तैनात जवानों को कुचलने का प्रयास करते हैं. दोनों ही मामलों में जांच अभी अधूरी है, फिलहाल मामला ठंडे बस्ते में जा चुका है.
- 10 हजार करोड़ रुपये के निवेश की ओर बालको ने बढ़ाए कदम: देश की प्रमुख एल्युमिनियम उत्पादक कंपनी बालको कोरबा में संचालित है. जिसने अपनी क्षमता 5.70 लाख टन सालाना एलुमिनियम उत्पादन की बढ़ाकर 10.85 लाख टन प्रतिवर्ष करने का लक्ष्य निर्धारित किया है. इसके लिए जनसुनवाई की प्रक्रिया को सफलतापूर्वक पूरा किया जा चुका है. बालको जिले में 10 हजार करोड़ रुपए का निवेश करने जा रहा है. इसका काम भी शुरू हो चुका है. इस काम को पूर्ण करने नई कंपनियां बालको आएंगी और युवाओं को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे. यह जिले के लिए एक बड़ी उपलब्धि है. कोरबा को प्रदेश की ऊर्जाधानी कहा जाता है. एल्युमिनियम और बिजली उत्पादन के नए प्रोजेक्ट आने से यहां रोजगार के कई रास्ते भी प्रशस्त होंगे.
- मंत्री-कलेक्टर विवाद ने बटोरी खूब सुर्खियां: कोरबा की तत्कालीन कलेक्टर रानू साहू और लोकल विधायक और प्रदेश के राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल के बीच तल्खियों ने खूब सुर्खियां बटोरी. राजस्व मंत्री ने सार्वजनिक तौर पर कलेक्टर को भ्रष्ट बताया और कहा कि "उनका आचरण भ्रष्ट है. वह निजी लाभ के लिए काम कर रही है. यह रिएक्शन सर्वमंगला से लेकर कुसमुंडा और इसके आगे तक जाने वाली सड़क को लेकर आया सामने आया था." सड़क निर्माण के लिए फंड जारी नहीं करने पर मंत्री ने कलेक्टर को आड़े हाथ लिया था. साल के अंत में जिले के वर्तमान कलेक्टर संजीव झा पर भी मंत्री ने सवाल खड़े किए. नए टीपी नगर को लेकर आरोप प्रत्यारोप का दौर अब भी जारी है.
- ईडी के छापे से मचा हड़कंप साल 2022 राज्य में ईडी के छापों के लिए भी याद किया जाएगा. राज्य भर में ईडी के छापे पड़े हैं. लेकिन इसके केंद्र में कोरबा की कोयला खदान केंद्र में रहा. 150 करोड़ रुपए से भी अधिक का घोटाला पकड़ में आने की पुष्टि ईडी ने की. जिले के कलेक्ट्रेट स्थित खनिज विभाग में लगातार पांच दिनों तक ईडी की जांच चली. कंप्यूटर का एक एक डाटा खंगाला गया. कोरबा की तत्कालीन कलेक्टर रानू साहू जांच के दायरे में आई. कई तरह की चर्चाएं अभी भी बनी हुई है. कोरबा के कोल वाशरी की खरीद-फरोख्त का भी जिक्र हुआ. जांच में कोयला घोटाले का मास्टरमाइंड सूर्यकांत तिवारी का लगातार कोरबा आना जाना जारी रहा. कोयला वाशरी की संपत्ति को कम दाम में खरीदना हो या फिर खदानों से निकलने वाले कोयले पर प्रति टन 25 रुपये का टैक्स वसूलने की बात हो. सभी के केंद्र में कोरबा लगातार बना रहा.
- नशेड़ी युवक ने मां और बहन को उतारा मौत के घाट:इसी वर्ष के जुलाई महीने में जिले के कुसमुंडा क्षेत्र में हुए एक डबल मर्डर केस ने जिले को झकझोर कर रख दिया था. जिसमें 19 साल के युवक अमन ने अपनी 51 वर्षीय मां लक्ष्मी दास और बहन आंचल(21) को चाकू से गोदकर मौत की नींद सुला दिया. अमन नशे का आदी था. वह ड्रग्स सहित कई तरह के नशे करता था. जिसे लेने से उसकी मां और बहन उसे मना करते थे. इसी बात पर उसने दोनों को बेरहमी से कत्ल कर दिया. कत्ल के बाद अमन ने दृश्यम फिल्म की तर्ज पर कई स्थानों पर जाकर लोगों को यह याद दिलाया कि वह हत्या की वारदात के समय अलग-अलग जगह पर काम करने गया था. लेकिन अंततः उसकी यह चलाकी काम नहीं आई और पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया.
- अंग्रेजी माध्यम कॉलेज में परिवर्तित मॉडल कॉलेज, पीजी में कक्षाएं भी शुरू: केंद्र सरकार की नीति आयोग द्वारा चिन्हांकित आकांक्षी जिलों में कोरबा शामिल है. यहां मॉडल कॉलेज की घोषणा हुई थी. जिले के बरपाली के पास गांव बंजारी में मॉडल कॉलेज का निर्माण भी शुरू हो चुका है. जहां उच्च स्तरीय आवासीय शिक्षा प्रदान की जानी है. भूपेश सरकार ने इसे स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम कॉलेज में परिवर्तित कर दिया. फिलहाल बिल्डिंग निर्माणाधीन है, जो कुछ ही दिनों में पूर्ण हो जाएगी. इसकी कक्षाएं शुरू की जा चुकी हैं, जो फिलहाल पीजी कॉलेज में लगाई जा रही हैं.
- सड़क हादसे में हुई थी 7 लोगों की मौत: कटघोरा से अंबिकापुर तक जाने वाली नेशनल हाईवे हादसों के लिए कुख्यात है. सितंबर के महीने में यहां फिर से एक बड़ा सड़क हादसा हुआ. जब यात्रियों से भरी एक बस रायपुर से सरगुजा के सीतापुर जा रही थी. बस मड़ई घाट के पास सड़क पर खड़े एक ट्रेलर से टकरा गई. इस हादसे में 7 लोगों की मौत हो गई थी. जिसमें महिला, बच्चे समेत एक बैंक मैनेजर भी शामिल था. जिले के लिए साल 2022 का यह सबसे बड़ा सड़क हादसा रहा, जिसने सभी को दुखी किया.
- 1320 मेगावॉट पावर प्लांट के लिए काम शुरू: कोरबा जिले में 1320 मेगावाट क्षमता का एक मेगा थर्मल पावर प्लांट स्थापित किया जाएगा. समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इसकी घोषणा की है. कोयला आधारित संयंत्र, जो कोरबा जिले में बनेगा, छत्तीसगढ़ में राज्य द्वारा संचालित बिजली उत्पादन कंपनी की सबसे बड़ी सुविधा होगी. मुख्यमंत्री ने बिजली की भविष्य की मांग को पूरा करने के लिए यहां अपने सरकारी आवास पर राज्य बिजली कंपनियों के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक के दौरान इकाई स्थापित करने के निर्देश दिए.
उन्होंने कहा कि "कोयला आधारित संयंत्र जो कोरबा जिले में बनेगा, छत्तीसगढ़ में राज्य द्वारा संचालित बिजली उत्पादन कंपनी की सबसे बड़ी सुविधा होगी. इसे अल्ट्रामॉडर्न तकनीक का उपयोग करके बनाया जाएगा. एक बार संयंत्र चालू हो जाने के बाद छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत उत्पादन कंपनी लिमिटेड (सीएसपीजीसीएल) की उत्पादन क्षमता बढ़कर 4300 मेगावाट हो जाएगी. प्रस्तावित संयंत्र में 660 मेगावाट की दो इकाइयां होंगी." उन्होंने कहा कि "इससे न केवल बिजली की नियमित उपलब्धता सुनिश्चित होगी, बल्कि रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे." सीएसपीजीसीएल के प्रबंध निदेशक एन के बिजोरा ने एक बयान में कहा कि अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग करके संयंत्र स्थापित किया जाएगा जिसके लिए कोरबा पश्चिम में जमीन उपलब्ध है. इसके लिए कार्य शुरू किया जा चुका है. - हसदेव नदी का नया पुल आम जनता के लिए खुला: कोरबा में दर्री बैराज के समानांतर बने पुल की टेस्टिंग के बाद आम जनता के लिए खोल दिया गया. हालांकि पुल के फिनिशिंग का काम अभी बाकी है. बावजूद इसके लोगों को हो रही असुविधा को देखते हुए पुल को वैकल्पिक तौर पर खोला गया है. पुल के डामरीकरण का काम पूरा होने के बाद सीएम भूपेश बघेल इसका लोकार्पण करेंगे. इस पुल का निर्माण लेटलतीफी के कारण पिछले 6 वर्षों से जारी था, इसे पूर्ण कर लिया गया. जिसकी लागत बढ़कर 22 करोड़ रुपये हो चुकी थी. 14 सितंबर को इस पुल को आम लोगों के आवागमन के लिए खोल दिया गया है.
- कमलेश की गिरफ्तारी और खाकी के विरुद्ध वकीलों का मोर्चा: साल खत्म होते होते वकील कमलेश साहू की गिरफ्तारी को लेकर अधिवक्ता संघ और पुलिस आमने सामने आ गये. 2 साल पुराने एक प्रकरण में अधिवक्ता कमलेश साहू को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल दाखिल करा दिया गया है. अधिवक्ताओं का आरोप है कि कमलेश की गिरफ्तारी षड्यंत्र के तहत की गई है.