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कोरबा में नहीं मिल रहा राशन, शहर में पार्षद दे रहे टोकन तो गांव में संचालक कर रहे मनमानी

कोरबा में कोरोना वैक्सीनेशन के चक्कर में लोगों को राशन नहीं मिल रहा है. क्योंकि शहर में टीकाकरण की जवाबदारी सरकारी राशन दुकान संचालकों को दे दी गई है. अब दुकान संचालकों की जगह वार्ड पार्षद ही लोगों को राशन दे रहे हैं.

ward councilors are giving ration to the people
वार्ड पार्षद दे रहे राशन
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Published : May 18, 2021, 11:08 PM IST

कोरबा: अंत्योदय और बीपीएल श्रेणी के हितग्राहियों को टीका लगवाने की जवाबदेही उचित मूल्य की दुकान संचालकों को प्रशासन ने दी है. इसके बाद शहर और गांव में दो तरह की व्यवस्था बन गई है. शहर में राशन प्राप्त करने के लिए पार्षदों से टोकन प्राप्त करने को कहा जा रहा है. जबकि गांव में कुछ दुकान संचालक मनमानी कर रहे हैं. ग्रामीणों को राशन से वंचित किया जा रहा है. संचालकों की तरफ से यह कहा जा रहा है कि टीका लगवाने के बाद ही राशन मिलेगा. उसके बाद ग्रामीणों को दुकान से लौटा दिया जा रहा है.

वार्ड पार्षद दे रहे राशन

शहर में दुकान संचालक पार्षदों की तरफ से जारी टोकन पर दे रहे राशन

शासकीय उचित मूल्य की दुकान से बीपीएल और अंत्योदय श्रेणी परिवार को रियायती दर पर राशन प्रदान किया जाता है. अत्यधिक भीड़ को रोकने के लिए फिलहाल 1 दिन में एक दुकान से 50 से 60 हितग्राहियों को ही राशन वितरण किया जा रहा है. हाल ही में आदेश जारी कर राशन वितरण करने वाले दुकान संचालकों को कलेक्टर ने आदेश दिया कि अंत्योदय और बीपीएल के टीकाकरण की जवाबदेही दुकान संचालकों की होगी. इसके बाद व्यवस्था में कई परिवर्तन आए हैं.

कोरबा में पहले टीका फिर राशन का कोई आधिकारिक आदेश नहीं, कुछ संचालक कर रहे मनमानी

दुकान संचालक और निगम ने यह तय किया कि पार्षद के टोकन के आधार पर ही राशन का वितरण किया जाएगा. जिसके बाद हितग्राही राशन प्राप्त करने के लिए पार्षद के चक्कर काट रहे हैं. पार्षद जब हितग्राहियों को टोकन जारी कर रहे हैं. तब उसी टोकन के आधार पर ही हितग्राहियों को राशन मिल रहा है.

गांव से मनमानी की शिकायतें आई सामने

पीडीएस दुकान संचालकों को टीकाकरण की जवाबदेही तो दी गई है, लेकिन वह इसे गंभीरता से नहीं ले रहे हैं. आदेश में दुकान संचालकों को 1 घंटे के लिए टीकाकरण केंद्र जाकर अंत्योदय श्रेणी के हितग्राहियों के टीकाकरण करवाने के निर्देश हैं. लेकिन वह इसका पालन नहीं कर रहे हैं. स्थानीय लोगों के इस मसले पर खुलकर आरोप लगाए. उनका कहना है कि सीधा-सीधा हितग्राहियों को राशन से वंचित करते हुए दुकान संचालक कह रहे हैं कि टीका लगवाने के बाद ही राशन दिया जाएगा. जिले के ग्राम पंचायत सेमीपाली से ऐसी शिकायतें आई है, लेकिन दुकान संचालक ने कुछ भी कहने से इंकार कर दिया. जबकि गांव के सरपंच का कहना है कि उन्होंने दुकान संचालक को राशन वितरण करने को कहा है, लेकिन व्यवस्था नहीं बन पा रही है. हितग्रहियों को राशन से वंचित किया जा रहा है

कोरबा में 53 हजार अंत्योदय परिवार

जिले में 53 हजार 391 अंत्योदय श्रेणी के परिवार हैं. इनके लिए सभी ब्लॉक मुख्यालयों में अलग से टीकाकरण केंद्र बनाए गए हैं. जिले के पांचों ब्लॉकों के 42 हजार 577 और नगर निगम कोरबा क्षेत्र के 10 हजार 814 अंत्योदय कार्डधारक परिवार मौजूद हैं. करतला ब्लॉक में 9 हजार 977, कटघोरा ब्लॉक में 4 हजार 811, कोरबा ब्लॉक में 8 हजार 296 अंत्योदय श्रेणी के परिवार हैं. पाली ब्लॉक में 8 हजार 726, पोंड़ी उपरोड़ा ब्लॉक में 9 हजार 537, पाली नगर पंचायत में 204, कटघोरा नगर पालिका क्षेत्र में 524, छुरीकला नगर पंचायत में 266 और दीपका नगर पालिका क्षेत्र में 236 अंत्योदय कार्ड धारी परिवार हैं.

कोरबा: अंत्योदय और बीपीएल श्रेणी के हितग्राहियों को टीका लगवाने की जवाबदेही उचित मूल्य की दुकान संचालकों को प्रशासन ने दी है. इसके बाद शहर और गांव में दो तरह की व्यवस्था बन गई है. शहर में राशन प्राप्त करने के लिए पार्षदों से टोकन प्राप्त करने को कहा जा रहा है. जबकि गांव में कुछ दुकान संचालक मनमानी कर रहे हैं. ग्रामीणों को राशन से वंचित किया जा रहा है. संचालकों की तरफ से यह कहा जा रहा है कि टीका लगवाने के बाद ही राशन मिलेगा. उसके बाद ग्रामीणों को दुकान से लौटा दिया जा रहा है.

वार्ड पार्षद दे रहे राशन

शहर में दुकान संचालक पार्षदों की तरफ से जारी टोकन पर दे रहे राशन

शासकीय उचित मूल्य की दुकान से बीपीएल और अंत्योदय श्रेणी परिवार को रियायती दर पर राशन प्रदान किया जाता है. अत्यधिक भीड़ को रोकने के लिए फिलहाल 1 दिन में एक दुकान से 50 से 60 हितग्राहियों को ही राशन वितरण किया जा रहा है. हाल ही में आदेश जारी कर राशन वितरण करने वाले दुकान संचालकों को कलेक्टर ने आदेश दिया कि अंत्योदय और बीपीएल के टीकाकरण की जवाबदेही दुकान संचालकों की होगी. इसके बाद व्यवस्था में कई परिवर्तन आए हैं.

कोरबा में पहले टीका फिर राशन का कोई आधिकारिक आदेश नहीं, कुछ संचालक कर रहे मनमानी

दुकान संचालक और निगम ने यह तय किया कि पार्षद के टोकन के आधार पर ही राशन का वितरण किया जाएगा. जिसके बाद हितग्राही राशन प्राप्त करने के लिए पार्षद के चक्कर काट रहे हैं. पार्षद जब हितग्राहियों को टोकन जारी कर रहे हैं. तब उसी टोकन के आधार पर ही हितग्राहियों को राशन मिल रहा है.

गांव से मनमानी की शिकायतें आई सामने

पीडीएस दुकान संचालकों को टीकाकरण की जवाबदेही तो दी गई है, लेकिन वह इसे गंभीरता से नहीं ले रहे हैं. आदेश में दुकान संचालकों को 1 घंटे के लिए टीकाकरण केंद्र जाकर अंत्योदय श्रेणी के हितग्राहियों के टीकाकरण करवाने के निर्देश हैं. लेकिन वह इसका पालन नहीं कर रहे हैं. स्थानीय लोगों के इस मसले पर खुलकर आरोप लगाए. उनका कहना है कि सीधा-सीधा हितग्राहियों को राशन से वंचित करते हुए दुकान संचालक कह रहे हैं कि टीका लगवाने के बाद ही राशन दिया जाएगा. जिले के ग्राम पंचायत सेमीपाली से ऐसी शिकायतें आई है, लेकिन दुकान संचालक ने कुछ भी कहने से इंकार कर दिया. जबकि गांव के सरपंच का कहना है कि उन्होंने दुकान संचालक को राशन वितरण करने को कहा है, लेकिन व्यवस्था नहीं बन पा रही है. हितग्रहियों को राशन से वंचित किया जा रहा है

कोरबा में 53 हजार अंत्योदय परिवार

जिले में 53 हजार 391 अंत्योदय श्रेणी के परिवार हैं. इनके लिए सभी ब्लॉक मुख्यालयों में अलग से टीकाकरण केंद्र बनाए गए हैं. जिले के पांचों ब्लॉकों के 42 हजार 577 और नगर निगम कोरबा क्षेत्र के 10 हजार 814 अंत्योदय कार्डधारक परिवार मौजूद हैं. करतला ब्लॉक में 9 हजार 977, कटघोरा ब्लॉक में 4 हजार 811, कोरबा ब्लॉक में 8 हजार 296 अंत्योदय श्रेणी के परिवार हैं. पाली ब्लॉक में 8 हजार 726, पोंड़ी उपरोड़ा ब्लॉक में 9 हजार 537, पाली नगर पंचायत में 204, कटघोरा नगर पालिका क्षेत्र में 524, छुरीकला नगर पंचायत में 266 और दीपका नगर पालिका क्षेत्र में 236 अंत्योदय कार्ड धारी परिवार हैं.

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