कोरबा: जिले में बहुप्रतीक्षित कृषि महाविद्यालय की मांग आज पूरी हो गई है. कटघोरा के बेसिक पूर्व माध्यमिक शाला भवन में शुक्रवार को विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत ने राज्य के 25वें कृषि महाविद्यालय का शुभारंभ किया. यह जिले का पहला कृषि महाविद्यालय होगा, जहां अनुसंधान की सुविधा भी उपलब्ध रहेगी. भवन और स्टाफ की व्यवस्था फिलहाल नहीं हो सकी है. इसके लिए लखनपुर स्थित कृषि अनुसंधान केंद्र में जमीन चिन्हित की जा चुकी है. सेटअप और राशि भी शासन से मिल चुकी है. फिलहाल स्कूल भवन में कृषि महाविद्यालय को संचालित किया जाएगा, जहां कुल सीटों की संख्या 24 है, जिसे आगामी सत्र से 60 किया जाएगा.
कटघोरा में कृषि महाविद्यालय के शुभारंभ पर कृषि मंत्री रविंद्र चौबे, राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल और जिले के प्रभारी मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम को भी आना था, लेकिन किसी कारणवश ये तीनों मंत्री नहीं आ सके और डॉ. चरणदास महंत ने कृषि महाविद्यालय का शुभारंभ किया. इस अवसर पर सांसद ज्योत्सना महंत, पूर्व विधायक बोधराम कंवर, उनके विधायक पुत्र पुरुषोत्तम कंवर और मोहित केरकेट्टा भी उपस्थित रहे.
छत्तीसगढ़ धान का कटोरा ही नहीं जन्मभूमि भी है : महंत
मंच से संबोधित करते हुए डॉ. महंत ने कहा कि 'प्रदेश में कृषि क्षेत्र में अनुसंधान किए जा रहे हैं. छत्तीसगढ़ धान का कटोरा ही नहीं बल्कि धान की जन्मभूमि भी है. पूरे विश्व में धान की जो साढ़े 12 हजार किस्में पाई जाती हैं. उनमे 10 हजार धान की किस्मों की पैदावार अकेले छत्तीसगढ़ में होती है. उन्होंने कहा कि साल '2014 में केंद्र की कांग्रेस सरकार के दौरान ही लखनपुर में कृषि अनुसंधान केंद्र की शुरुआत हुई थी. जिसकी वजह से ही कोरबा में कृषि कॉलेज खोलने का सपना साकार हुआ है. यह किसी की मांग से नहीं हुआ है बल्कि हमारे पूर्व वरिष्ठ विधायक और मार्गदर्शक बोधराम कंवर की कड़ी मेहनत से यह संभव हुआ है.
कृषि महाविद्यालय के सेटअप को मिली स्वीकृति
इस अवसर पर इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति एसके पाटिल ने बताया कि 'कृषि महाविद्यालय और छात्रावास निर्माण के लिए फंड मिल चुका है. फिलहाल संविदा के आधार पर शिक्षकों की भर्ती की गई है. जल्द ही नियमित भर्ती की जाएगी. अगले सत्र से सीटों की संख्या भी 24 से बढ़कर 60 हो जाएगी. यह राज्य का 25वां कृषि महाविद्यालय होगा. यहां कौशल विकास के लिए प्रयोगशालाओं का संचालन भी किया जाएगा, जिससे की कृषि क्षेत्र में उद्यमियों को तैयार किया जा सके'.
कृषि महाविद्यालय कटघोरा के डीन डॉ. एसएल स्वामी भी समारोह में मौजूद रहे. उन्होंने कहा कि 'हमारा प्रयास होगा कि महाविद्यालय में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान की जा सके, जिससे कि कृषि क्षेत्र में मानव संसाधन का बेहतर उपयोग हो सके'.