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कोरबा : PDS दुकानों में खाद्यान्न की हेराफेरी, RTI कार्यकर्ता ने की शिकायत - misappropriation of food grains in PDS shops

RTI कार्यकर्ता ने PDS दुकानों में खाद्यान्न की हेराफेरी की शिकायत की है.

बद्री अग्रवाल, RTI कार्यकर्ता
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Published : Aug 25, 2019, 9:25 AM IST

Updated : Aug 25, 2019, 12:38 PM IST

कोरबा: RTI कार्यकर्ता ने जिले में संचालित शहर के पांच PDS दुकानों में खाद्यान्न आवंटन के दौरान हेराफेरी का आरोप लगाया है. RTI कार्यकर्ता बद्री अग्रवाल ने बताया कि 3 हजार 143 क्विंटल चावल का बचत स्टॉक दिख रहा है. इसके बावजूद दुकानों को नया आवंटन जारी किया गया. बचत स्टॉक पेपर में दिख रहा है, लेकिन हकीकत में दुकानों में चावल नहीं है. बद्री ने कलेक्टर और खाद्य अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की है.

RTI activist complains about misappropriation of food grains

पढ़ें- यहां नहीं थम रहा खुदकुशी का सिलसिला, अब 16 साल की लड़की ने लगाई फांसी

उन्होंने कलेक्टर खाद्य अधिकारी को लिखा है कि सामानों का भौतिक सत्यापन कराया जाए और संचालकों के खिलाफ कार्रवाई की जाए. आरोप लगाया कि चावल के आवंटन और बिक्री में जय मां कंकालिन महिला स्व सहायता समूह मानिकपुर, युवा प्राथमिक सहकारी उपभोक्ता भंडार भिलाई खुर्द, छत्तीसगढ़ महिला प्राथमिक सहकारी उपभोक्ता भंडार काशीनगर, श्रीराम हनुमान प्राथमिक उपभोक्ता भंडार सर्वमंगला नगर और जय माता दी स्व सहायता समूह ने जमकर हेराफेरी की है. भंडार संचालकों और अधिकारियों की मिलीभगत से शासन को करोड़ों रुपए का नुकसान हो रहा है.

पढ़ें- मानव तस्करी मामले में मुख्य आरोपी गिरफ्तार, नौकरी दिलाने के नाम पर बनाता था शिकार

कलेक्टर से जांच की मांग
इस पूरे मामले में उन्होंने कलेक्टर से जांच की मांग की है और कहा है कि अगर इसमें सही तरीके से कार्रवाई नहीं की जाती है, तो इस मामले को वह हाईकोर्ट तक ले जाएंगे.

कोरबा: RTI कार्यकर्ता ने जिले में संचालित शहर के पांच PDS दुकानों में खाद्यान्न आवंटन के दौरान हेराफेरी का आरोप लगाया है. RTI कार्यकर्ता बद्री अग्रवाल ने बताया कि 3 हजार 143 क्विंटल चावल का बचत स्टॉक दिख रहा है. इसके बावजूद दुकानों को नया आवंटन जारी किया गया. बचत स्टॉक पेपर में दिख रहा है, लेकिन हकीकत में दुकानों में चावल नहीं है. बद्री ने कलेक्टर और खाद्य अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की है.

RTI activist complains about misappropriation of food grains

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उन्होंने कलेक्टर खाद्य अधिकारी को लिखा है कि सामानों का भौतिक सत्यापन कराया जाए और संचालकों के खिलाफ कार्रवाई की जाए. आरोप लगाया कि चावल के आवंटन और बिक्री में जय मां कंकालिन महिला स्व सहायता समूह मानिकपुर, युवा प्राथमिक सहकारी उपभोक्ता भंडार भिलाई खुर्द, छत्तीसगढ़ महिला प्राथमिक सहकारी उपभोक्ता भंडार काशीनगर, श्रीराम हनुमान प्राथमिक उपभोक्ता भंडार सर्वमंगला नगर और जय माता दी स्व सहायता समूह ने जमकर हेराफेरी की है. भंडार संचालकों और अधिकारियों की मिलीभगत से शासन को करोड़ों रुपए का नुकसान हो रहा है.

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कलेक्टर से जांच की मांग
इस पूरे मामले में उन्होंने कलेक्टर से जांच की मांग की है और कहा है कि अगर इसमें सही तरीके से कार्रवाई नहीं की जाती है, तो इस मामले को वह हाईकोर्ट तक ले जाएंगे.

Intro:RTI कार्यकर्ता बद्री अग्रवाल ने जिले में संचालित शहर के पांच PDS दुकानों में खाद्यान्न आवंटन के दौरान हेराफेरी किए जाने का आरोप लगाया है। बद्री ने बताया कि 3143.11 क्विंटल चावल का बचत स्टॉक दिख रहा है। इसके बावजूद दुकानों को नया आवंटन जारी किया गया। बद्री ने आगे बताया कि बचत स्टॉक पेपर में दिख रहा है लेकिन हक़ीक़त में दुकानों में चावल नहीं है। बद्री ने कलेक्टर और खाद्य अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की है।


Body:बद्री अग्रवाल ने कलेक्टर खाद्य अधिकारी को लिखा है कि सामानों का भौतिक सत्यापन कराया जाए और संचालकों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
आरटीआई कार्यकर्ता बद्री अग्रवाल ने बताया कि चावल के आवंटन और बिक्री में जय मां कंकालिन महिला स्व सहायता समूह मानिकपुर, युवा प्राथमिक सहकारी उपभोक्ता भंडार भिलाई खुर्द, छत्तीसगढ़ महिला प्राथमिक सहकारी उपभोक्ता भंडार काशीनगर, श्री राम हनुमान प्राथमिक उपभोक्ता भंडार सर्वमंगला नगर और जय माता दी स्व सहायता समूह ने जमकर हेराफेरी की है।
बद्री अग्रवाल ने यह भी जानकारी दी कि चावल के अलावा नमक चना शक्कर के वितरण में भी कई जगह स्टॉक अभी भी मौजूद है। बद्री अग्रवाल ने सवाल उठाते हुए कहा कि जब स्टॉक मौजूद है तो कैसे नया आवंटन पीडीएस दुकानों को कर दिया गया। उन्होंने आगे बताया कि जब हकीकत में दुकानों पर जाकर स्टॉक की जानकारी ली गई जो स्टॉक नहीं होने की बात बताई गई। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि भंडार संचालकों और अधिकारियों की मिलीभगत से शासन को करोड़ रुपए का नुकसान हो रहा है।


Conclusion:इस पूरे मामले में उन्होंने कलेक्टर से जांच की मांग की है और कहा है कि अगर इसमें सही तरीके से कार्यवाही नहीं की जाती है तो इस मामले को वह हाई कोर्ट तक ले जाएंगे।

बाइट- बद्री अग्रवाल, RTI कार्यकर्ता
Last Updated : Aug 25, 2019, 12:38 PM IST
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