कोरबा: छत्तीसगढ़ में 1 दिसंबर से समर्थन मूल्य में धान की खरीदी विभिन्न जिलों में शुरू कर दी गई है. पहले दिन जिले के 13 किसानों ने कुल 484 क्विंटल धान बेचा था. दो दिनों में जिले में एक हजार 332 क्विंटल मोटा, 150 क्विंटल पतला और 591 क्विंटल सरना धान खरीदा जा चुका है. जिले में 14 उपार्जन केंद्रों पर धान खरीदी शुरू हो गई है. खरीफ वर्ष 2020-21 के लिए धान खरीदी एक दिसंबर 2020 से 31 जनवरी 2021 तक होगी.
पढ़ें: सरोज पांडेय नाराज!: IIT भवन के भूमिपूजन कार्यक्रम को बीच में छोड़कर चली गईं, देखते रह गए CM और बाकी मंत्री
इस साल जिले के 32 हजार 589 किसान 41 समितियों के माध्यम से अपना धान बेचेंगे. किसानों के धान बेचने के लिए 49 उपार्जन केंद्र बनाए गए हैं. प्रदेश सरकार को समर्थन मूल्य पर धान बेचने के लिए जिले में नए और पुराने मिलाकर कुल 32 हजार 589 किसानों ने पंजीयन कराया है. इन पंजीकृत किसानों के धान की फसल का रकबा 48 हजार 113 हेक्टेयर है. बता दें कि कोरबा के 35 उपार्जन केंद्रों में अब तक खरीदी शुरू नहीं हुई है. यहां के किसानों ने टोकन लिए हैं, लेकिन अब तक धान बेचने का मौका नहीं दिया गया है.
जिले में इस साल समर्थन मूल्य पर धान बेचने के लिए 5 हजार 746 नए किसानों ने सहकारी समितियों में अपना पंजीयन कराया है. पिछले साल भी धान खरीदी के लिये जिले में 27 हजार 694 किसानों ने पंजीयन कराया था, लेकिन इस साल रकबा सत्यापन के बाद 851 किसानों का पंजीयन निरस्त हुआ है. पिछले वर्ष के पंजीयन अनुसार 26 हजार 843 किसानों के धान के रकबे के सत्यापन के बाद 42 हजार 274 हेक्टेयर रकबे की सोसायटी माॅड्यूल में खसरा प्रविष्ट किया गया है. इसी तरह 5 हजार 746 नए पंजीकृत किसानों के 5 हजार 838 हेक्टेयर धान के रकबे की एंट्री सोसायटी माॅड्यूल से किया गया है.