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Reality Check: कोरबा के मोहल्ला क्लास कारगर, लेकिन यहां कम है बच्चों की संख्या

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Published : Jul 12, 2021, 8:20 PM IST

Updated : Jul 12, 2021, 11:26 PM IST

राज्य शासन के आदेश के मुताबिक प्रदेश में मोहल्ला क्लास (mohalla class in korba) का संचालन किया जा रहा है. ETV भारत ने कोरबा जिले के ऐसे ही कुछ स्कूलों का जायजा लिया. जहां स्कूल प्रांगण में सार्वजनिक मंच के नीचे खुली और छायादार जगहों पर मोहल्ला क्लास लगाई जा रही है.

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कोरबा के मोहल्ला क्लास कारगर

कोरबा: कोरोना के तीसरे लहर की संभावना (possibility of third wave of corona) के मद्देनजर राज्य सरकार ने मौजूदा सत्र में भी नियमित तौर पर स्कूलों के संचालन की अनुमति नहीं दी है. ऐसे में खासतौर पर ऐसे छात्र जिनको पढ़ने लिखने में खास रुचि है. वह स्कूल मिस कर रहे हैं. बच्चों के सीखने की गतिविधि भी बीच में रुक गई है. इसके मद्देनजर सरकार ने आदेश जारी कर कहा है कि कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए स्कूल के बाहर मोहल्ला क्लास (mohalla class in korba) का संचालन किया जा सकता है. लेकिन किसी भी हाल में कोरोना प्रोटोकॉल का उल्लंघन नहीं किए जाने के निर्देश हैं जिले में भी शिक्षक स्कूल परिसर में छायादार स्थान पर मोहल्ला क्लास लगाए जा रहे हैं.

कोरबा के मोहल्ला क्लास कारगर

ETV भारत ने ऐसे ही कुछ स्कूलों का जायजा लिया. कोरबा के कटघोरा में हाई स्कूल दुर्पा में शिक्षक मोहल्ला क्लास में बच्चों को ज्ञान दे रहे थे. हालांकि बच्चों की संख्या कम जरूर है. लेकिन मोहल्ला क्लास में पढ़ाई जारी है. यह क्लास ऑनलाइन क्लास से बेहतर है. दुरपा स्कूल में स्कूल प्रांगण में सार्वजनिक मंच के नीचे खुली और छायादार जगह में मोहल्ला क्लास संचालित है. ऐसे मोहल्ला क्लास में बच्चों की संख्या कम देखी गई. ज्यादातर स्कूलों में यही हाल था.

शिक्षा मंत्री प्रेम साय सिंह टेकाम का बयान, छत्तीसगढ़ में अभी नहीं खुलेंगे स्कूल

इस तरह के मोहल्ला क्लास में राज्य सरकार के निर्देश का स्पष्ट उल्लंघन हो रहा है. सरकार ने निर्देश में कहा था कि नियमित कक्षा नहीं लगाई जाएगी. उसके बावजूद कई स्कूलों में बच्चों को क्लासरुम में बैठाकर मोहल्ला क्लास का संचालन किया जा रहा है. शिक्षा विभाग से जुड़े आला अधिकारियों ने इस मसले में जांच की बात कही है.

ETV भारत की टीम ने मोहल्ला क्लास के संचालन को लेकर बच्चों से फीडबैक लिया. स्कूली छात्र-छात्राओं का कहना था कि उन्हें मोहल्ला क्लास से काफी फायदा हो रहा है. खासकर गणित की पढ़ाई में. क्योंकि ऑनलाइन क्लास में गणित की पढ़ाई ठीक से नहीं हो पा रही थी. मोहल्ला क्लास में ब्लैक बोर्ड के माध्यम से मैथ्स पढ़ने और समझने में आसानी हो रही है.

इस वर्ष जिले में कक्षा संचालन के लिए मोहल्ला एवं पारा क्लास का चयन किया जाएगा. प्राथमिक, माध्यमिक, हाईस्कूल एवं हायर सेकेण्डरी स्कूलों के लगभग एक लाख 80 हजार बच्चों को मोहल्ला क्लास के जरिए पढ़ाया जाएगा. बच्चों को पढ़ाने के लिए शाला प्रबंधन समितियों के सदस्यों की भी मदद ली जाएगी.जिला शिक्षा अधिकारी सतीश पाण्डेय ने बताया कि मोहल्ला क्लास का संचालन सुबह 10 बजे से शाम चार बजे तक किया जा रहा है.

कोरबा: कोरोना के तीसरे लहर की संभावना (possibility of third wave of corona) के मद्देनजर राज्य सरकार ने मौजूदा सत्र में भी नियमित तौर पर स्कूलों के संचालन की अनुमति नहीं दी है. ऐसे में खासतौर पर ऐसे छात्र जिनको पढ़ने लिखने में खास रुचि है. वह स्कूल मिस कर रहे हैं. बच्चों के सीखने की गतिविधि भी बीच में रुक गई है. इसके मद्देनजर सरकार ने आदेश जारी कर कहा है कि कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए स्कूल के बाहर मोहल्ला क्लास (mohalla class in korba) का संचालन किया जा सकता है. लेकिन किसी भी हाल में कोरोना प्रोटोकॉल का उल्लंघन नहीं किए जाने के निर्देश हैं जिले में भी शिक्षक स्कूल परिसर में छायादार स्थान पर मोहल्ला क्लास लगाए जा रहे हैं.

कोरबा के मोहल्ला क्लास कारगर

ETV भारत ने ऐसे ही कुछ स्कूलों का जायजा लिया. कोरबा के कटघोरा में हाई स्कूल दुर्पा में शिक्षक मोहल्ला क्लास में बच्चों को ज्ञान दे रहे थे. हालांकि बच्चों की संख्या कम जरूर है. लेकिन मोहल्ला क्लास में पढ़ाई जारी है. यह क्लास ऑनलाइन क्लास से बेहतर है. दुरपा स्कूल में स्कूल प्रांगण में सार्वजनिक मंच के नीचे खुली और छायादार जगह में मोहल्ला क्लास संचालित है. ऐसे मोहल्ला क्लास में बच्चों की संख्या कम देखी गई. ज्यादातर स्कूलों में यही हाल था.

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इस तरह के मोहल्ला क्लास में राज्य सरकार के निर्देश का स्पष्ट उल्लंघन हो रहा है. सरकार ने निर्देश में कहा था कि नियमित कक्षा नहीं लगाई जाएगी. उसके बावजूद कई स्कूलों में बच्चों को क्लासरुम में बैठाकर मोहल्ला क्लास का संचालन किया जा रहा है. शिक्षा विभाग से जुड़े आला अधिकारियों ने इस मसले में जांच की बात कही है.

ETV भारत की टीम ने मोहल्ला क्लास के संचालन को लेकर बच्चों से फीडबैक लिया. स्कूली छात्र-छात्राओं का कहना था कि उन्हें मोहल्ला क्लास से काफी फायदा हो रहा है. खासकर गणित की पढ़ाई में. क्योंकि ऑनलाइन क्लास में गणित की पढ़ाई ठीक से नहीं हो पा रही थी. मोहल्ला क्लास में ब्लैक बोर्ड के माध्यम से मैथ्स पढ़ने और समझने में आसानी हो रही है.

इस वर्ष जिले में कक्षा संचालन के लिए मोहल्ला एवं पारा क्लास का चयन किया जाएगा. प्राथमिक, माध्यमिक, हाईस्कूल एवं हायर सेकेण्डरी स्कूलों के लगभग एक लाख 80 हजार बच्चों को मोहल्ला क्लास के जरिए पढ़ाया जाएगा. बच्चों को पढ़ाने के लिए शाला प्रबंधन समितियों के सदस्यों की भी मदद ली जाएगी.जिला शिक्षा अधिकारी सतीश पाण्डेय ने बताया कि मोहल्ला क्लास का संचालन सुबह 10 बजे से शाम चार बजे तक किया जा रहा है.

Last Updated : Jul 12, 2021, 11:26 PM IST
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