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कोरबा: किसान बिल का विरोध करते हुए मजदूर वामपंथी नेताओं ने मनाई गांधी जयंती - News related to Gandhi Jayanti

कोरबा के मजदूर वामपंथी नेताओं ने केंद्र सरकार के किसान बिल का विरोध करते हुए महात्मा गांधी का जन्म दिवस मनाया. इस दौरान मजदूर नेताओं ने बताया कि बस्तर के नगरनार प्लांट को बचाने के लिए 2 अक्टूबर से 8 अक्टूबर तक भाईचारा अभियान चलाया जाएगा.

Labor  leftism  party  leaders of Korba celebrated Gandhi Jayanti
गांधी जयंती मनाते मजदूर वामपंथी नेता
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Published : Oct 3, 2020, 1:55 PM IST

Updated : Oct 3, 2020, 2:20 PM IST

कोरबा: बालको के मजदूर वामपंथी नेताओं ने केंद्र सरकार के किसान बिल का विरोध करते हुए महात्मा गांधी का जन्म दिवस मनाया. मजदूर नेताओं ने कहा कि अगर गांधी जी आज के परिवेश में जीवित होते तो वह कड़े शब्दों में इस किसान बिल का विरोध करते. आजादी से पहले भी उन्होंने किसानों की बेहतरी के लिए कई तरह के काम किए थे. मजदूर नेताओं ने गांधी जी को याद करते हुए कहा कि अंग्रेजों के दमन, शोषण और बर्बरता से जो चंपारण पश्चिमी और उत्तरी बिहार, नेपाल के सीमा से लगा था, वहां के किसानों को मुक्ति दिलाने के लिए बापू 10 अप्रैल 1917 को पटना, हाजीपुर होते हुए चंपारण की ओर निकल पड़े थे.

मजदूर वामपंथी नेताओं ने मनाई गांधी जयंती

अंग्रेजी हुकूमत ने उन्हें चंपारण जाने और किसानों से मिलने से रोकने के लिए निषेधाज्ञा यानी धारा 144 लागू कर बापू को रोकने की पूरी कोशिश की, लेकिन सभी रुकावटों को पार करते हुए बापू अखिल चंपारण के किसानों के बीच पहुंचे और वहां से किसान सत्याग्रह शुरु किया. उसी समय मुजफ्फरपुर में ही देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद बापू से मुलाकात कर उस सत्याग्रह के हिस्सा बने. मजदूर नेताओं ने कहा कि आज जब सब गांधी जयंती मना रहे हैं. तब देश के सत्ता पर बैठे हुए लोगों के द्वारा किसानों पर बर्बर हमले किए जा रहे हैं. अगर बापू आज हमारे बीच होते तो देशभर के लाखों किसानों के साथ सड़कों पर होते, महलों मे नहीं.

पढ़ें: जानिए क्या था वो सपना जिसकी वजह से हुई वली मुहम्मद की रिहाई ?

मजदूर नेताओं ने आगे कहा कि बापू के जन्मदिन को यादगार बनाने के लिए वे जगदलपुर में एनएमडीसी द्वारा निर्माणाधीन 3 मिलियन टन क्षमता वाली नगरनार स्टील प्लांट को भारत सरकार के द्वारा निजीकरण किए जाने के सभी प्रयासों के खिलाफ एकजुटता भाईचारा का अभियान चलाएंगें.

2 अक्टूबर से 8 अक्टूबर तक चलाया जाएगा एकजुटता भाईचारा अभियान

मजदूर नेताओं ने बताया कि बस्तर के नगरनार प्लांट को बचाने के लिए 2 अक्टूबर से 8 अक्टूबर तक छत्तीसगढ़ संयुक्त ट्रेड यूनियन मंच के द्वारा एकजुटता भाईचारा अभियान चलाया जाएगा. जिसका समापन कोरोना के मद्देनजर 8 तारीख को नगरनार स्टील प्लांट में होगा. गांधी जयंती के अवसर पर प्रदेश एटक के महासचिव कॉमेरड हरिनाथ सिंह ने आगे कहा कि उत्तर प्रदेश के हाथरस की पीड़िता के परिजनों से मिलने जाने के लिए निकले राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के साथ उत्तर प्रदेश की सरकार ने जिस बर्बरता से दुर्व्यवहार किया है वह भारतीय लोकतंत्र को शर्मसार करता है. इसके लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लगाया जाना चाहिए और वहां की जिले के एसपी और कलेक्टर को बर्खास्त कर उनके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया जाना चाहिए.

कार्यक्रम में ये रहे उपस्थित

इस कार्यक्रम में एटक के प्रदेश महासचिव कामरेड हरिनाथ सिंह, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी जिला कोरबा सचिव एमएल रजक, एल्मुनियम एंप्लाइज यूनियन एटक महासचिव सुनील सिंह, पीके वर्मा, रामायण यादव, प्रकाश दास, लालमन सिंह, तबरेज अहमद, सुग्रीव यति, अखिलेश यादव, रामू केवट , राम नारायण साहू, फुलेन्दर पासवान, अशोक देवनाथ, लंबोदर भट्ट, शिवकुमार और गौरी शंकर उपस्थित रहे.

कोरबा: बालको के मजदूर वामपंथी नेताओं ने केंद्र सरकार के किसान बिल का विरोध करते हुए महात्मा गांधी का जन्म दिवस मनाया. मजदूर नेताओं ने कहा कि अगर गांधी जी आज के परिवेश में जीवित होते तो वह कड़े शब्दों में इस किसान बिल का विरोध करते. आजादी से पहले भी उन्होंने किसानों की बेहतरी के लिए कई तरह के काम किए थे. मजदूर नेताओं ने गांधी जी को याद करते हुए कहा कि अंग्रेजों के दमन, शोषण और बर्बरता से जो चंपारण पश्चिमी और उत्तरी बिहार, नेपाल के सीमा से लगा था, वहां के किसानों को मुक्ति दिलाने के लिए बापू 10 अप्रैल 1917 को पटना, हाजीपुर होते हुए चंपारण की ओर निकल पड़े थे.

मजदूर वामपंथी नेताओं ने मनाई गांधी जयंती

अंग्रेजी हुकूमत ने उन्हें चंपारण जाने और किसानों से मिलने से रोकने के लिए निषेधाज्ञा यानी धारा 144 लागू कर बापू को रोकने की पूरी कोशिश की, लेकिन सभी रुकावटों को पार करते हुए बापू अखिल चंपारण के किसानों के बीच पहुंचे और वहां से किसान सत्याग्रह शुरु किया. उसी समय मुजफ्फरपुर में ही देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद बापू से मुलाकात कर उस सत्याग्रह के हिस्सा बने. मजदूर नेताओं ने कहा कि आज जब सब गांधी जयंती मना रहे हैं. तब देश के सत्ता पर बैठे हुए लोगों के द्वारा किसानों पर बर्बर हमले किए जा रहे हैं. अगर बापू आज हमारे बीच होते तो देशभर के लाखों किसानों के साथ सड़कों पर होते, महलों मे नहीं.

पढ़ें: जानिए क्या था वो सपना जिसकी वजह से हुई वली मुहम्मद की रिहाई ?

मजदूर नेताओं ने आगे कहा कि बापू के जन्मदिन को यादगार बनाने के लिए वे जगदलपुर में एनएमडीसी द्वारा निर्माणाधीन 3 मिलियन टन क्षमता वाली नगरनार स्टील प्लांट को भारत सरकार के द्वारा निजीकरण किए जाने के सभी प्रयासों के खिलाफ एकजुटता भाईचारा का अभियान चलाएंगें.

2 अक्टूबर से 8 अक्टूबर तक चलाया जाएगा एकजुटता भाईचारा अभियान

मजदूर नेताओं ने बताया कि बस्तर के नगरनार प्लांट को बचाने के लिए 2 अक्टूबर से 8 अक्टूबर तक छत्तीसगढ़ संयुक्त ट्रेड यूनियन मंच के द्वारा एकजुटता भाईचारा अभियान चलाया जाएगा. जिसका समापन कोरोना के मद्देनजर 8 तारीख को नगरनार स्टील प्लांट में होगा. गांधी जयंती के अवसर पर प्रदेश एटक के महासचिव कॉमेरड हरिनाथ सिंह ने आगे कहा कि उत्तर प्रदेश के हाथरस की पीड़िता के परिजनों से मिलने जाने के लिए निकले राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के साथ उत्तर प्रदेश की सरकार ने जिस बर्बरता से दुर्व्यवहार किया है वह भारतीय लोकतंत्र को शर्मसार करता है. इसके लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लगाया जाना चाहिए और वहां की जिले के एसपी और कलेक्टर को बर्खास्त कर उनके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया जाना चाहिए.

कार्यक्रम में ये रहे उपस्थित

इस कार्यक्रम में एटक के प्रदेश महासचिव कामरेड हरिनाथ सिंह, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी जिला कोरबा सचिव एमएल रजक, एल्मुनियम एंप्लाइज यूनियन एटक महासचिव सुनील सिंह, पीके वर्मा, रामायण यादव, प्रकाश दास, लालमन सिंह, तबरेज अहमद, सुग्रीव यति, अखिलेश यादव, रामू केवट , राम नारायण साहू, फुलेन्दर पासवान, अशोक देवनाथ, लंबोदर भट्ट, शिवकुमार और गौरी शंकर उपस्थित रहे.

Last Updated : Oct 3, 2020, 2:20 PM IST
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