कोरबा: हसदेव नदी की दूसरी तरफ जिले के पश्चिम क्षेत्र के उपनगरीय क्षेत्र की डेढ़ लाख की आबादी को बदहाल सड़कों से मुक्ति दिलाने के लिए जनसंगठन ने गुरुवार को जेलगांव चौक पर चक्काजाम कर दिया. करीब 3 घंटे तक चले इस आंदोलन से निगम प्रशासन में हड़कंप मच गया. जिसके बाद जोन कमिश्नर मौके पर पहुंचे और दर्री से गोपालपुर तक टू लेन सड़क निर्माण की घोषणा कर दी. जिसका टेंडर उन्होंने सितंबर में करने की बात कही, इन सबके बीच हैरानी की बात यह है कि अब तक सीएसईबी चौक से गोपालपुर तक फोरलेन सड़क बनाए जाने की बात निगम द्वारा कही जाती रही है, लेकिन आंदोलन के बाद एक नई जानकारी सामने आई कि फोर लेन बल्कि यहां टू लेन सड़क बननी है.
फोरलेन के लिए नहीं है फंड! सड़क जाम कर आंदोलन करने वाले जनसंगठन के कार्यकर्ताओं के बीच नगर पालिका निगम कोरबा के दर्री जोन के जोन कमिश्नर एसएन सरकार मौके पर पहुंचे, और उन्होंने जानकारी दी कि दर्री से लेकर गोपालपुर तक फोरलेन सड़क निर्माण के लिए निगम के पास फंड ही नहीं है. इसलिए अब यहां तक की लगभग 8 किलोमीटर की सड़क को टू लेन सड़क बनाया जाएगा. इससे लोग हैरान तो हुए हैं, लेकिन इस बात की खुशी भी है कि गड्ढों के स्थान पर कम से कम 2 लेन सड़क निर्माण की बात निगम प्रशासन ने स्वीकार कर ली है.
जोन कार्यालय में ही बैठे रहे मेयरइसे इत्तेफाक ही कहें कि जब संगठन के पूर्व निर्धारित चक्काजाम वाले कार्यक्रम के दिन ही नगर पालिका निगम के महापौर राजकिशोर प्रसाद, सभापति श्यामसुंदर सोनी सहित बड़ी तादाद में कांग्रेसी दर्री में मुख्य मार्ग पर सड़क के गड्ढे भरने पहुंचे थे. इसके बाद सभी नगर निगम के जोन कार्यालय, दर्री पहुंचे और हितग्राहियों को राशन कार्ड का वितरण भी किया. आंदोलन स्थल से महज 1 किलोमीटर से भी कम की दूरी पर महापौर मौजूद थे, लेकिन वह आंदोलन स्थल पर जाने की जहमत नहीं उठा सके. उन्होंने कहा कि सड़क निर्माण के लिए डीएमएफ से राशि की मांग की है. संभवत: जल्द ही वह स्वीकृत हो जाएगी. वर्तमान में शहर में सड़कों के गड्ढे भरने का काम जारी है. इसे पूरी तत्परता से पूरा किया जा रहा है.
सितंबर में होगा टू लेन सड़क का टेंडरआंदोलन वाले दिन जेल गांव चौक में दर्री थाना टीआई सहित पुलिस बल मौजूद रहा. इसके साथ ही कार्यपालिक मजिस्ट्रेट के अलावा जोन कमिश्नर भी मौके पर पहुंचे. यहीं उन्होंने घोषणा की कि जल्द ही दर्री से गोपालपुर तक टू लेन सड़क मार्ग का निर्माण किया जाएगा. जिसका टेंडर सितंबर में होने के बाद जल्द से जल्द इसे पूरा करा लिया जाएगा. इसका मतलब यह हुआ कि आने वाले सितंबर महीने में टेंडर लगने के बाद भी सड़क निर्माण में कम से कम 6 से 8 महीने का समय लगेगा.
बच्चे भी पहुंचे आंदोलन में लेकर तख्तियांजन संगठन के आह्वान पर क्षेत्र के बच्चे भी आंदोलन में तख्तियां लेकर पहुंचे थे. जिन्होंने हाथ में लिये तख्ती पर लिखा था कि "मुख्यमंत्री जी इस सड़क से रोज मेरे पापा गुजरते हैं मुझे डर है वह घर वापस लौटकर आएंगे या नहीं' इसी तरह सांसद व कलेक्टर से भी अपील वाली तख्तियां बच्चों ने हाथ में ली हुई थी. आंदोलन में विशाल केलकर, अनिल द्विवेदी, अमित उपाध्याय, अमिताभ श्रीवास्तव, विकास अग्रवाल, इब्राहिम खान, मनीष राजवाड़े आदि मौजूद रहे.
1 दिन पहले दर्री में हुई थी युवक की मौत चक्का जाम के 1 दिन पहले दर्री में सड़क दुर्घटना में युवक की मौत हो गई थी. जिसके बाद से ही खासतौर पर दर्री-जमनीपाली जैसे उपनगरीय क्षेत्र के लोगों में बदहाल सड़कों को लेकर खासा आक्रोश है. लंबे समय से सड़कें बदहाल हैं. जिनके सुधार के लिए प्रशासन व शासन द्वारा कोई भी ठोस पहल नहीं की गई है.
नो एंट्री की मांग आंदोलन के दौरान कटघोरा तहसील के कार्यपालक मजिस्ट्रेट भी मौके पर मौजूद थे. जिन्हें जन संगठन ने ज्ञापन सौंपा है. जिसमें उल्लेख किया गया है कि सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के उद्देश्य से सुबह 7:00 से 11:00 बजे और शाम को 4:00 से 7:00 बजे तक मुख्य सड़क पर नो एंट्री लगाई जाए.