कोरबा: बीते 10 दिनों में मौसम में दो बार बदलाव होने से हुई बारिश से धान भीग रहे हैं. पर्याप्त संसाधन नहीं होने से धान तो भीग ही रहे हैं. साथा ही कुछ समितियों में जहां चबूतरे हैं वहां की स्थिति कुछ ठीक है, लेकिन जहां चबूतरे नहीं है वहां तिरपाल का ही सहारा है. इन सबके अलावा और कई समस्या समिति प्रबंधकों और हमालों के सामने आई हैं.
बेमौसम बारिश से जमीन गीली होने के कारण धान का ढेर बनाने में नमी आने और बारदाने के गीले होने की भी संभावना है. कटघोरा धान खरीदी केंद्र में भी बारिश की वजह से धान खरीदी में लगे मजदूर भी अलाव जलाकर ठंड से बच रहे हैं.