कोरबा: भाजपा शासनकाल में प्रदेश के स्वास्थ्य और वित्त मंत्रालय का प्रभार संभालने वाले पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल कोरबा के दौरे पर रहे. इस दौरान उन्होंने भाजपा पदाधिकारियों की बैठक ली. रायपुर में होने वाले बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के स्वागत संबंधी तैयारियां और अन्य मुद्दों को लेकर वह कोरबा पहुंचे हुए थे. अपने इस प्रवास पर उन्होंने प्रदेश के राजनीतिक परिदृश्य, समसामयिक मुद्दे और आने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर ईटीवी भारत से खास बातचीत की.
सवाल: प्रदेश में कर्मचारियों की हड़ताल समाप्त हो गई है क्या कहेंगे?
जवाब: प्रदेश में क्लास वन अधिकारी से लेकर कर्मचारी तक पहले 5 दिन और अब 8 दिन हड़ताल में रहे. उनकी मांग महंगाई भत्ता डीए है, जोकि वर्तमान में अभी 34% है. राज्य सरकार ने जो घोषणा की थी 6 और 28 वह भी उन्हें नहीं मिला. इसके अलावा जो हाउस रेंट है, उसे छठवां वेतन के अनुसार दिया जा रहा है. जोकि अब सातवें वेतनमान के अनुसार चल रहा है. अगर हम देखेंगे तो देश के 18 राज्य जिनकी वित्तीय स्थिति छत्तीसगढ़ से कहीं नीचे है. वह भी अपने कर्मचारियों को यह सारी सुविधाएं दे रहे हैं. लेकिन हमारे छत्तीसगढ़ में केंद्र सरकार की जो देय तिथि 1 जनवरी और 1 जुलाई है. उसमें भी नहीं देते.
एक तरफ तो हमारे मुख्यमंत्री केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को पत्र लिखते हैं. कहते हैं कि आइए हमारा छत्तीसगढ़ का मॉडल देखिए. दूसरी तरफ छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद पहली बार कर्मचारियों ने इतनी लंबी हड़ताल की है. जिससे यह पता चलता है कि वर्तमान सरकार वित्तीय प्रबंधन में पूरी तरह से फेल हो चुकी है. यही नहीं प्रदेश के मंत्री का बयान आता है कि हमारी औकात नहीं है.
सवाल: आप जब वित्त मंत्री थे तब क्या स्थिति थी, और अब क्या हाल है सरकार के खजाने का ?
जवाब: छत्तीसगढ़ वित्तीय बदहाली की तरफ जा रहा है. वर्तमान में डेवलपमेंट के सारे काम रुक गए हैं. छत्तीसगढ़ की आर्थिक स्थिति पूरी तरह से बहुत पीछे जा रही है. जब आर्थिक स्थिति पीछे जाती है, तब वह राज्य पीछे चला जाता है. बीते साढ़े 3 सालों में यह सरकार पूरी तरह से विफल हो चुकी है.
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सवाल: कांग्रेस के लोग भाजपा सांसदों पर लापता होने का आरोप लगा रहे हैं, पोस्टर भी जारी किया है क्या कहेंगे?
जवाब: देखिए कौन सांसद लापता है कौन नहीं है. यह सब राजनीतिक विषय है. मैं दूसरी बात कहता हूं, अभी कांग्रेस ने एक अंदरूनी सर्वे कराया था. जिसके अनुसार प्रदेश में इनके 40 विधायक चुनाव हार रहे हैं. इस सर्वे को एक बार अफवाह भी मान लिया जाए, लेकिन सीएम भूपेश बघेल के पिता का बयान आता है कि जो 40 विधायक चुनाव हार रहे हैं, वह सुधर जाएं. इन्हें दूसरी पार्टी की चिंता छोड़ देनी चाहिए और इनके जो अपने विधायक लापता है. जो चुनाव हार रहे हैं, उनकी चिंता करनी चाहिए. हमें जो चेतावनी देनी चाहिए वह खुद सीएम के ही पिता दे रहे हैं.
सवाल: रेलवे की सुविधाएं लगातार छीन रही हैं, ट्रेनों को लगातार बंद किया जा रहा है, इस पर बीजेपी का क्या स्टैंड है?
जवाब: देखिए यह बात सही है कि कोरोना आल के बाद कई ट्रेनों को बंद किया गया है. लेकिन बीते 1 साल से कई ट्रेनें प्रारंभ भी हुई हैं. जो चीज एक बार बंद होती है, उसे पुन शुरू करने में थोड़ा समय लगता है. व्यवस्था बनने में थोड़ा समय तो लगता ही है. लेकिन ट्रेन धीरे-धीरे आ रही है. मैंने पहले ही कहा कि यह लोग राजनीतिक मुद्दे की तरह ट्रेनों की बात कर रहे हैं. भारत सरकार की चिंता मोदी जी कर लेंगे, लेकिन छत्तीसगढ़ कि जो सरकार बदहाल हो रही है. दिनोदिन प्रदेश का लॉ एंड ऑर्डर खत्म रहा है. इन्हें उसकी चिंता करनी चाहिए. छत्तीसगढ़ की जनता ने इन्हें छत्तीसगढ़ की जिम्मेदारी दी है. पखले प्रदेश को संभालें, केंद्र सरकार के पीछे ना जाएं.
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सवाल: भाजपा ने प्रदेश के शीर्ष नेतृत्व में परिवर्तन किया है, नेता प्रतिपक्ष और प्रदेश अध्यक्ष दोनों बदले गए हैं. किस तरह का संदेश देना चाहती है पार्टी?
जवाब: भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ताओं पर आधारित पार्टी है. यहां नेतृत्व में परिवर्तन होता रहता है. नेतृत्व कोई भी करे, यह हमारी पार्टी का एक स्वाभाविक परिवर्तन है. इसमें कहीं कोई संदेश देने जैसा कुछ नहीं है. पहले भी भारतीय जनता पार्टी का शीर्ष नेतृत्व एक था. आज भी एक है. हम मिलकर लड़ेंगे और सरकार बनाएंगे.
सवाल: अब ऐसा मान लिया जाए कि बीजेपी पूरी तरह से चुनावी मोड में आ चुकी है?
जवाब: देखिये बीजेपी 12 महीने चुनावी मोड में काम करती है. इस देश में एकमात्र ऐसी पार्टी बीजेपी है जो पूरी तरह से कार्यकर्ताओं पर आधारित है. हमारा संगठन का काम सतत निरंतर चलता है.
सवाल: बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा आ रहे हैं. किस तरह की तैयारी है. क्या आपको व्यक्तिगत तौर पर कोई जिम्मेदारी दी मिली है?
जवाब: हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष आ रहे हैं. इससे ऊर्जा का संचार होता है. उनके कार्यक्रम में बूथ लेवल के कार्यकर्ताओं की सहभागिता हो. हमने इस तरह की तैयारी की है. कार्यकर्ताओं को सीखने को मिलेगा और सभी कार्यकर्ताओं की लिस्टिंग करना इन जिम्मेदारियों को पूरा करना है. कोरबा की तैयारी भी अच्छी है. यहां से अधिक से अधिक लोग राष्ट्रीय अध्यक्ष के कार्यक्रम में शामिल होंगे.