कोरबा: नगर निगम की ओर से बरसात के मौसम में जलभराव और बाढ़ जैसे हालात होने पर मदद के लिए कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है. निगम ने आम लोगों से अपील की है कि, ऐसी परिस्थितियां बनने पर निगम के कंट्रोल रूम में तत्काल इसकी सूचना दें. सूचना निगम के मुख्य प्रशासनिक भवन साकेत स्थित कंट्रोल रूम के फोन नंबर- 07759-226672 पर दी जा सकती है. इसके साथ ही शिफ्ट के हिसाब से तैनात कर्मचारियों के मोबाइल नंबर में भी इसकी सूचना दी जा सकती है.
बता दें कि नगर पालिक निगम कोरबा के मुख्य प्रशासनिक भवन साकेत में बारिश, बाढ़ और निचले क्षेत्रों में जलभराव की समस्या के निराकरण के लिए कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है, जिसका फोन नंबर- 07759-226672 है. कंट्रोल रूम में तीन पालियों में कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है. जो मिले शिकायतों को पंजीबद्ध कर आवश्यक कार्रवाई के लिए रोस्टर के मुताबिक नियुक्त किए गए जोनल कमिश्नर को सूचना देंगे, जिसके बाद संबंधित जोनल कमिश्नर इस पर तुरंत कार्रवाई सुनिश्चित कराएंगे.
इन नंबरों में दी जा सकती है सूचना
ऊपर दिए गए फोन नंबर के अलावा सुबह 6 बजे से दोपहर 2 बजे तक मोबाइल नंबर 9179599727 या 8085382679 पर सूचना दी जा सकती है. वहीं दोपहर 2 बजे से रात 10 बजे तक मोबाइल नंबर 7987157088 या 7999652716 पर सूचना दे सकते हैं. इसी तरह रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक 9907102104 या 7773007178 पर सूचना दी जा सकती है.
सूचना पर तुरंत की जाए कार्रवाई
आयुक्त एस.जयवर्धन ने अतिवृष्टि, बाढ़ और जलभराव की समस्या के निराकरण के लिए अधिकारी-कर्मचारियों को जवाबदारी देते हुए निर्देश दिए हैं कि वे सूचना मिलते ही उस पर तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित कराएं. साथ ही जेसीबी मशीन और अन्य मशीन के साथ टीम को चौबीसों घंटे तैयार रखें. वहीं कंट्रोल रूम में तैनात किए गए कर्मचारी अनिवार्य रूप से फोन अटेंड करें. साथ ही बाढ़ और जलभराव जैसी सूचना मिलते ही उसे पंजीकृत कर फौरन इसकी सूचना संबंधित जोन कमिश्नर को दें.
बरसात प्रभावितों से मिले महापौर
बुधवार की रात शहर में हुई तेज बारिश से प्रभावित बस्तियों का महापौर राजकिशोर प्रसाद ने निरीक्षण किया. इसके साथ ही उन्होंने यहां प्रभावित लोगों का हालचाल जाना. वहीं जिन व्यक्तियों के घरों को नुकसान पहुंचा है, उन्हें मुआवजा देने और निगम की ओर से स्थापित सेल्टर केन्द्रों में उनके रहने खाने की व्यवस्था के संबंध में अधिकारियों को निर्देश दिए. मानसून के आते ही मंगलवार और बुधवार की रात को शहर में तेज बारिश हुई थी. वहीं बारिश की वजह से कुछ बस्तियों के मकानों को नुकसान पहुंचा है.
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बारिश से हुए नुकसान का मुआयना करने पहुंचे महापौर
बारिश से हुए नुकसान का मुआयना करने महापौर राजकिशोर प्रसाद ने सभापति श्यामसुंदर सोनी और वार्ड पार्षदों के साथ अमरैयापारा, मुड़ापार, चिमनीभट्ठा, कुआंभट्ठा और रामनगर जैसी बस्तियों में पहुंचकर उनका दौरा किया और साथ ही बारिश से प्रभावित लोगों से मिलकर उनका हालचाल जाना, जिसके बाद इसकी सूचना उन्होंने तहसीलदार को फोन पर दी. इस दौरान महापौर ने संबंधित क्षेत्र के पटवारी को नुकसान का आंकलन कर उसका मुआवजा तैयार करने को कहा. इस पर पटवारी चक्रधर सिदार ने मौके पर ही प्रभावितों की रिपोर्ट तैयार की.
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बारिश से प्रभावित लोगों से मिले महापौर और सभापति
महापौर ने निगम के अधिकारियों से कहा कि जिन व्यक्तियों के मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं, उन्हें चिन्हांकित कर संबंधित परिवारों को निगम की ओर से स्थापित सेल्टर केन्द्रों में रहने-खाने का इंतजाम करें. इस दौरान महापौर राजकिशोर प्रसाद और सभापति श्यामसुंदर सोनी ने चिमनीभट्ठा सामुदायिक मंच, पूर्वांचल भवन, मुड़ापार सार्वजनिक शेड औरर सीतामणी स्कूल में रूके बारिश प्रभावित लोगों से भी मुलाकात की. साथ ही उनका हालचाल जाना. इस दौरान उनके साथ पार्षद राजेन्द्र सूर्यवंशी, शैलेन्द्र सिंह पप्पी, वेदप्रकाश नायक, राजा गुप्ता, राजेश यादव और पटवारी चक्रधर सिदार के साथ अन्य अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे.