कोरबा: जिला प्रशासन ने ठंड को लेकर कई दिशा-निर्देश जारी किए हैं. शीतलहर और पाला पड़ने पर कलेक्टर ने इससे बचाव संबंधी दिशा-निर्देश जारी किए हैं. कलेक्टर किरण कौशल ने जिलेवासियों को सतर्क और जागरूक रहने की अपील की है. साथ ही अत्यधिक ठंड में घरों में सुरक्षित रहने की अपील की है.
बढ़ जाता है संक्रमण का खतरा
कोरोना वायरस के संक्रमण के लिहाज से ठंड का मौसम अनुकूल है. ऐसे में अतिरिक्त सावधानी बरतना और भी जरूरी हो जाता है. खासतौर पर बुजुर्गों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है. कलेक्टर किरण कौशल ने शीतलहर की स्थिति में बुजुर्गों को अकेला ना छोड़ने और उनका ध्यान रखने की भी अपील की है. शीतलहर से बचाव के लिए टोपी, मफलर और गर्म कपड़े का उपयोग करने को कहा है. कलेक्टर ने सर्दी से संबंधित शरीर पर कोई प्रभाव जैसे- नाक, कान, पैर, हाथ की ऊंगलियां लाल होने पर तुरंत स्थानीय डॉक्टर्स से सलाह लेने की भी अपील की है. कलेक्टर ने असामान्य तापमान की स्थिति, अत्यधिक कंपकंपी, सुस्ती, कमजोरी, सांस लेने में परेशानी होने पर डॉक्टर से सलाह लेने की सलाह दी है.
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10 डिग्री सेल्सियस तक जा सकता है न्यूनतम पारा
राज्य शासन के जारी दिशा-निर्देशानुसार सामान्य क्षेत्रों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस या उसके बराबर होता है, तो शीतलहर की स्थिति मानी जाएगी. शीतलहर की संभावना दिसंबर से जनवरी महीने के बीच होती है. शीतलहर यानी ठंडी हवाएं कई बार जानलेवा साबित होती है. शीतलहर से प्रभावित होने वाले जनसामान्य को बचाव के लिए समुचित प्रबंध करने अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं.