दर्री रोड निवासी करणदीप ने 6 दिन पहले कुसमुंडा थाने में एक केस दर्ज कराया था. करणदीप के अनुसार हिंद एनर्जी की गाड़ियों का संचालन उसके द्वारा किया जाता है. इसमें उसकी 20 गाड़ियां शामिल हैं. इन्हीं गाड़ियों में एक गाड़ी कुसमुंडा परियोजना में लगाई गई है. कुसमुंडा परियोजना से कोयला लोडिंग के लिए लगाई गई इस गाड़ी का चालक छोटेलाल और परिचालक बोधू है.
कुसमुंडा खदान से 6 फरवरी को इस ट्रेलर में करीब 30 टन कोयला हिंद एनर्जी वाशरी धतूरा बिलासपुर के लिए रवाना हुआ था. कुसमुंडा से ट्रेलर ले जाने के बाद रतनपुर और बेलतरा के बीच इन आरोपियों ने कोयला अनलोड कर ट्रेलर में डस्ट भर दिया.
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार कोयला और डस्ट के मिलावट का काम बड़े पैमाने पर किया जा रहा है, लेकिन इस बार जब ट्रेलर वाशरी पहुंचा तो वहां के एक स्टाफ ने इसमें 100% डस्ट पाया. इस वजह से इस पूरे चेन का खुलासा हो पाया. इसके बाद से ही चालक परिचालक और अन्य 6 आरोपी फरार थे.
बता दें कि जिस ट्रेलर का उपयोग किया जा रहा था, उसमें जीपीएस लगा हुआ था. यही कारण है कि करणदीप के शिकायत के बाद इन आरोपियों को ट्रेस कर लिया गया. इस पूरे मामले पर पुलिस जांच कर रही है और आगे पूछताछ के बाद पुलिस को उम्मीद है कि कई और गिरफ्तारियां हो सकती हैं.