कोंडागांव: धर्मांतरण मामले ने एक बार फिर तूल पकड़ लिया है. सर्व आदिवासी समाज के लोगों ने सोमवार को कलेक्टोरेट परिसर पहुंचकर राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपते हुए चेतावनी दी है कि यदि 6 आदिवासियों को रिहा नहीं किया गया तो आगे उग्र आंदोलन करते हुए कलेक्टोरेट का घेराव किया जाएगा. साथ ही जेल भरो आंदोलन भी किया जाएगा.
कोंडागांव जिले में 6 आदिवासियों को गिरफ्तार करने के विरोध में भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष लता उसेंडी, अंतागढ़ पूर्व विधायक भोजराज नाग सहित सर्व आदिवासी समाज के लोगों ने कलेक्टर कार्यालय का सांकेतिक घेराव करते हुए राज्यपाल और मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा.
धर्म विशेष पर आरोप
बस्तर क्षेत्र में आदिवासी समुदायों को धर्म विशेष की ओर से बहला फुसलाकर धर्म परिवर्तन कराने का मामला जोर पकड़ता नजर आ रहा है. करीब एक महीने पहले जिले के सिंगनपुर ग्राम पंचायत के आश्रित गांव तिलियाबेड़ा और चिपावंड के काकड़ाबेड़ा में धर्म विशेष के लोगों का 11 मकान तोड़ा गया था. जिस पर जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन की ओर से दोनों पक्षों में समझौता कराने की कोशिश भी की जा रही थी. वहीं दोनों पक्षों में समझौता न होने से आदिवासी समाज के 6 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया था.
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आंदोलन की चेतावनी
बजरंग दल के जिला सह-संयोजक सोनू बघेल ने कहा कि गिरफ्तार किए गए आदिवासियों को यदि नहीं छोड़ा गया और मामले की निष्पक्ष जांच नहीं की गई तो वे उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे. जिसकी पूरी जवाबदारी शासन-प्रशासन की होगी. आंदोलन को सफल बनाने में ग्रामीण, सर्व आदिवासी समाज के लोग, बजरंगदल के कार्यकर्ता शामिल हुए.
मौके पर मौजूद था पुलिस बल
आंदोलन को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे. सुबह से ही कलेक्टोरेट परिसर में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया था. हालांकि प्रदर्शन के दौरान किसी भी प्रकार की कोई अप्रिय घटना नहीं हुई. पुलिस को भी बल प्रयोग नहीं करना पड़ा.