कोंडागांव: शुक्रवार को 2 महिला नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है. आत्मसमर्पित इन दोनों नक्सलियों पर 1-1 लाख रुपये का इनाम भी घोषित था. दोनों महिला नक्सलियों पर सक्रिय रूप से नक्सली गतिविधियों पर शामिल रहने का आरोप है.
पुनर्वास नीति से प्रभावित हुए नक्सली
लाल आतंक से परेशान होकर और छत्तीसगढ़ शासन की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर दोनों महिला नक्सलियों ने कोंडागांव एसपी सिद्धार्थ तिवारी के सामने सरेंडर किया है.
3 लाख के इनामी नक्सली ने किया था सरेंडर
बीते 23 नवंबर को भी दंतेवाड़ा में लोन वर्राटू अभियान के तहत एक इनामी समेत 5 नक्सलियों ने सरेंडर किया था. सरेंडर नक्सली सोमड़ू वेट्टी डीवीसी सुरक्षा दमल के प्लाटून सेक्शन में डिप्टी कमांडर के तौर पर काम कर रहा था. वेट्टी पर 3 लाख रुपये का इनाम घोषित था. बताया जा रहा है मोमडू बड़े नक्सलियों की सुरक्षा में तैनात था. बता दें कि लोन वर्राटू अभियान के तहत अंचल में कई नक्सली लगातार आत्मसमर्पण कर रहे हैं.
क्या है लोन वर्राटू अभियान ?
नक्सलियों को आत्मसमर्पण करने के लिए साल 2005 से अभियान चलाया जा रहा है. राज्य सरकार द्वारा बनाये गए पुनर्वास नीति में समय-समय पर बदलाव कर नक्सलियों की इनाम की राशि भी बढ़ाई जाती रही है. इस दिशा में अब लोन वर्राटू (घर वापसी अभियान) की भी शुरुआत की गई है. जिसमें अब सरेंडर करने वाले नक्सलियों को केवल पुलिस में ही नौकरी नहीं मिलेगी, बल्कि उनकी रुचि और कौशल के आधार पर नौकरी-रोजगार के साथ सभी साधन मुहैया कराने की नीति बनाई गई है.