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कांकेर में बारिश का कहर जारी, 40 गांवों का संपर्क मुख्यालय से टूटा

कांकेर में भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित हुआ है. कोयलीबेड़ा के आसपास स्थित गांवों का संपर्क जिला मुख्यालय से टूट चुका(Rain continues in Kanker) है.

Thirty villages of Kanker Koylibeda affected by flood
कांकेर में बारिश का कहर जारी
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Published : Jul 12, 2022, 7:09 PM IST

Updated : Jul 12, 2022, 7:40 PM IST

कांकेर : जिले में पिछले तीन-चार दिनों से हो रही लगातार बारिश से नदी-नाले उफान पर (Rain continues in Kanker) हैं. कोयलीबेड़ा ब्लॉक में मेढकी नदी उफान पर होने से लगभग दर्जन भर गांव का संपर्क जिला और ब्लॉक मुख्यालय से टूट गया (Flood in Medki river of Kanker) है. इससे इस क्षेत्र के ग्रामीणों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. कोयलीबेड़ा में उफान पर चल रही मेढकी नदी में कारण कोयलीबेड़ा क्षेत्र में 30 गांवों पानीडोबीर, गुड़ाबेड़ा, आलपरस, केसेकोड़ी, कामतेड़ा, दरवी साल्हेभाठ, कड़मे आदि गांव का रास्ता बंद होने से ग्रामीणों को परेशानी हो रही (Thirty villages of Kanker Koylibeda affected by flood) है.

कांकेर में बारिश का कहर जारी, 40 गांवों का संपर्क मुख्यालय से टूटा

कैसे आवागमन करते हैं ग्रामीण : मेढकी नदी में पुल नहीं होने से ग्रामीण नदी में बने एनीकेट के माध्यम से ही आवगमन करते हैं. लेकिन लगातार बारिश से पानी अब एनीकेट से ऊपर बह रहा है, जिससे नदी पार करना जान जोखिम में डालने जैसा है. ऐसे में ग्रामीणों के सामने बड़ी समस्या खड़ी हो गई है. मौसम विभाग ने आने वाले 72 घंटो में भारी बारिश की चेतावनी भी जारी की है, जिससे हालात और बिगड़ सकते हैं.

बारिश में क्या है दिक्कत : मेढकी नदी में बारिश के उफनती नदियों को पार करने के दौरान पहले भी कई हादसे हो चुके हैं. जिला मुख्यालाय की दूध नदी, मेढ़की नदी समेत कई नदियों में लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. इसके बाद भी नदियों के तट पर कोई सुरक्षा व्यवस्था नहीं होने से ग्रामीण अपनी जान खतरे में डालते है.

बारिश से कितने गांव प्रभावित : इन दिनों क्षेत्र में लगातार बारिश हो रही है, जिसके चलते कोड़ेकुर्से स्थित कोटरी नदी की धारा तेज हो गई (Water level of Kotri river also increased in Kanker) है. लगभग 40 गांवों के लोगों का आवागमन होता है. नदी में बने एनीकट कुछ दिन पहले दिखाई दे रहा था, लेकिन शनिवार से लगातार दिन-रात बारिश होने से नदी-नाले ऊफान पर हैं, वहीं क्षेत्र की प्रमुख कोटरी नदी में जलस्तर बढ़ गया है.

ये भी पढ़ें- कांकेर में बायपास रोड का एप्रोच पुल बहा

जिले में अब तक कितनी बारिश : कांकेर जिले में 01 जून से अब तक 340.5 मिली मीटर औसत वर्षा दर्ज की गई है। बीती रात से जिले के सभी 07 तहसीलों में व्यापक वर्षा दर्ज की गई। सर्वाधिक वर्षा पखांजूर तहसील में 81.3 मिली मीटर और सबसे कम वर्षा 21.2 मिली मीटर कांकेर तहसील में दर्ज की गई है। कलेक्टर कार्यालय के भू-अभिलेख शाखा से प्राप्त जानकारी के अनुसार 11 जुलाई की स्थिति में भानुप्रतापपुर में 69.3 मिली मीटर, दुर्गूकांदल में 31.6 मिली मीटर, चारामा में 35.8 मिली मीटर, अंतागढ़ में 63.6 मिली मीटर और नरहरपुर में 41.2 मिली मीटर औसत वर्षा अब तक दर्ज की गई है.

कांकेर : जिले में पिछले तीन-चार दिनों से हो रही लगातार बारिश से नदी-नाले उफान पर (Rain continues in Kanker) हैं. कोयलीबेड़ा ब्लॉक में मेढकी नदी उफान पर होने से लगभग दर्जन भर गांव का संपर्क जिला और ब्लॉक मुख्यालय से टूट गया (Flood in Medki river of Kanker) है. इससे इस क्षेत्र के ग्रामीणों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. कोयलीबेड़ा में उफान पर चल रही मेढकी नदी में कारण कोयलीबेड़ा क्षेत्र में 30 गांवों पानीडोबीर, गुड़ाबेड़ा, आलपरस, केसेकोड़ी, कामतेड़ा, दरवी साल्हेभाठ, कड़मे आदि गांव का रास्ता बंद होने से ग्रामीणों को परेशानी हो रही (Thirty villages of Kanker Koylibeda affected by flood) है.

कांकेर में बारिश का कहर जारी, 40 गांवों का संपर्क मुख्यालय से टूटा

कैसे आवागमन करते हैं ग्रामीण : मेढकी नदी में पुल नहीं होने से ग्रामीण नदी में बने एनीकेट के माध्यम से ही आवगमन करते हैं. लेकिन लगातार बारिश से पानी अब एनीकेट से ऊपर बह रहा है, जिससे नदी पार करना जान जोखिम में डालने जैसा है. ऐसे में ग्रामीणों के सामने बड़ी समस्या खड़ी हो गई है. मौसम विभाग ने आने वाले 72 घंटो में भारी बारिश की चेतावनी भी जारी की है, जिससे हालात और बिगड़ सकते हैं.

बारिश में क्या है दिक्कत : मेढकी नदी में बारिश के उफनती नदियों को पार करने के दौरान पहले भी कई हादसे हो चुके हैं. जिला मुख्यालाय की दूध नदी, मेढ़की नदी समेत कई नदियों में लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. इसके बाद भी नदियों के तट पर कोई सुरक्षा व्यवस्था नहीं होने से ग्रामीण अपनी जान खतरे में डालते है.

बारिश से कितने गांव प्रभावित : इन दिनों क्षेत्र में लगातार बारिश हो रही है, जिसके चलते कोड़ेकुर्से स्थित कोटरी नदी की धारा तेज हो गई (Water level of Kotri river also increased in Kanker) है. लगभग 40 गांवों के लोगों का आवागमन होता है. नदी में बने एनीकट कुछ दिन पहले दिखाई दे रहा था, लेकिन शनिवार से लगातार दिन-रात बारिश होने से नदी-नाले ऊफान पर हैं, वहीं क्षेत्र की प्रमुख कोटरी नदी में जलस्तर बढ़ गया है.

ये भी पढ़ें- कांकेर में बायपास रोड का एप्रोच पुल बहा

जिले में अब तक कितनी बारिश : कांकेर जिले में 01 जून से अब तक 340.5 मिली मीटर औसत वर्षा दर्ज की गई है। बीती रात से जिले के सभी 07 तहसीलों में व्यापक वर्षा दर्ज की गई। सर्वाधिक वर्षा पखांजूर तहसील में 81.3 मिली मीटर और सबसे कम वर्षा 21.2 मिली मीटर कांकेर तहसील में दर्ज की गई है। कलेक्टर कार्यालय के भू-अभिलेख शाखा से प्राप्त जानकारी के अनुसार 11 जुलाई की स्थिति में भानुप्रतापपुर में 69.3 मिली मीटर, दुर्गूकांदल में 31.6 मिली मीटर, चारामा में 35.8 मिली मीटर, अंतागढ़ में 63.6 मिली मीटर और नरहरपुर में 41.2 मिली मीटर औसत वर्षा अब तक दर्ज की गई है.

Last Updated : Jul 12, 2022, 7:40 PM IST
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