कांकेर: कोरोना संक्रमण की वजह से जारी लॉकडाउन की अवधि आगे बढ़ने की पूरी संभावना है. आम जनता को किसी तरह से भी आवश्यक चीजों की कमी न हो इसका पूरा ध्यान रखा जा रहा है. ग्रामीणों को दो माह का राशन भी दिया जा रहा है , लेकिन इस बीच नक्सल प्रभावित इलाकों में एक बड़ी चुनौती है. नक्सलियों का संपर्क सूत्र भी लॉकडाउन में प्रभावित हुआ है, ऐसे में नक्सली राशन पानी के लिए ग्रामीणों को परेशान न करें, इसे देखते हुए सुरक्षाबलों को अलर्ट पर रखा गया है.
बस्तर संभाग के कुछ इलाकों में नक्सली राशन के लिए ग्रामीणों को परेशान कर रहे थे, जिसकी जानकारी मिलने के बाद से कांकेर पुलिस नक्सल प्रभावित इलाकों के थानों और चौकी को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं. साथ ही सुरक्षाबल के जवानों को भी अलर्ट मोड पर रखा गया है ताकि बौखलाहट में नक्सली किसी तरह से ग्रामीणों को नुकसान ना पहुंचाए. लॉकडाउन में आवागमन पूरी तरह से बन्द है, ग्रामीण क्षेत्रों के बाजार जहां से नक्सली अपने जरूरत के सामान खरीदते हैं वो भी पूरी तरह से बंद पड़े हैं. ऐसे में नक्सली भी राशन पानी की कमी से जूझ रहे हैं.
अलर्ट पर सुरक्षाबल, सर्च अभियान तेज
लॉकडाउन की वजह से राशन पानी की कमी से जूझ रहे नक्सली ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंचकर ग्रामीणों पर इसके लिए दबाव ना बनाए, इसके लिए सर्च अभियान तेज किया गया है और अंदरूनी गांव तक पुलिस और सुरक्षाबल के जवान अपनी पैनी नजर बनाए हुए हैं. एएसपी कीर्तन राठौर ने बताया कि 'जिले के सभी अंदरूनी थाने, चौकी प्रभारियों को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए गए हैं, सुरक्षाबल के जवान भी लगातार सर्च अभियान चला रहे हैं, अभी तक किसी क्षेत्र से नक्सलियों की तरफ से राशन के लिए परेशान करने जैसी खबर नहीं आई है, अगर कहीं से भी ऐसी खबर आती है तो तुरंत कार्रवाई की जाएगी.