कांकेर: छत्तीसगढ़ में एक बार फिर से नक्सलियों ने खूनी खेल खेला है. नारायणपुर में एक शख्स को नक्सलियों ने कुल्हाड़ी से काटकर मौत के घाट उतार दिया. इस घटना के बाद से लोग दहशत में हैं. जिस शख्स की हत्या हुई. उसकी शिनाख्त कोमल मांझी के तौर पर हुई है. नक्सलियों ने हत्या के बाद वारदात स्थल पर एक हाथ से लिखा हुआ नोट छोड़ा, जिसमें मृतक के बारे में लिखा है कि, कोमल मांझी आमदई घाटी लौह अयस्क खदान के लिए एजेंट के तौर पर काम करता था, और वो काफी रुपया कमाता था. ये नक्सलियों का आरोप है.
बीजेपी के नेता हैं टारगेट पर: हाल के दिनों में नक्सली वारदातों को देखकर कहा जा रहा है कि, ज्यादातर बीजेपी नेता को ही इनलोगों ने टारगेट किया है. चुनाव के बाद या चुनाव से पहले के आंकड़ों को देखने पर पता चलता है कि, जिन लोगों की नक्सलियों ने हत्या की है. वे कहीं न कहीं और किसी न किसी रूप से बीजेपी से जुड़े थे.
वो बीजेपी नेता जिनकी हत्या हुई: 5 फरवरी 2023 को नक्सलियों ने नीलकंठ ककेम की हत्या कर दी. ककेम आवापल्ली बीजापुर में मंडल प्रमुख थे. 10 फरवरी 2023 को सागर साहू की हत्या हुई. वे नारायणपुर में बीजेपी के उपाध्यक्ष थे. रामधर अलामी को नक्सलियों ने 11 फरवरी 2023 को मार दिया. अलामी दंतेवाड़ा में बीजेपी से जुड़े थे. 29 मार्च 2023 को नारायणपुर में बीजेपी नेता रामजी डोडी की हत्या हुई. अर्जुन काका को नक्सलियों ने 21 जून 2023 को मौत के घाट उतार दिया. वे बीजापुर में एसटी मोर्चा के जिलाध्यक्ष थे. 20 अक्टूबर 2023 को मोहला मानपुर में बीजेपी कार्यकर्ता बिरझू तारम को नक्सलियों ने मार दिया. 4 नवंबर 2023 को नारायणपुर में बीजेपी जिला उपाध्यक्ष की हत्या कर दी गई.
लाल आतंक के निशाने पर बीजेपी नेता ही क्यों: ऐसा भी कहा जाता है कि, बीजेपी नेताओं को टारगेट करने के पीछे एक बड़ी वजह है. वो ये कि, बीजेपी सरकार में नक्सलियों के खिलाफ जो कार्रवाई हुई. उससे वे लोग नाराज हैं. हालांकि इसकी पुष्टि नहीं की जा सकती. क्योंकि नक्सली कभी भी किसी को भी कोई भी इल्जाम लगाकर मौत के घाट उतार देते हैं.
छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित जिले: छत्तीसगढ़ में कुल 33 जिले हैं. जिसमें 14 जिले नक्सल प्रभावित हैं.
- बलरामपुर
- कवर्धा(कबीरधाम)
- राजनांदगांव
- बालोद
- कांकेर
- नारायणपुर
- बीजापुर
- महासमुंद
- धमतरी
- गरियाबंद
- कोंडागांव
- बस्तर
- दंतेवाड़ा
- सुकमा