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कांकेर: कृषि उपज मंडी में किसानों ने कम दाम में धान बेचने से किया इंकार

पखांजूर के कृषि उपज मंडी में मंगलवार दूसरे दिन 1300 रुपये की बोली पर 61 बोरे धान की खरीदी की गई. किसानो ने कहा कि 'राज्य सरकार के समर्थन मूल्य से तुलना में 1600 रुपए का घाटा हो रहा है'.

Bought paddy in Pakhanjur Krishi Upaj Mandi in Kanker
कृषि उपज मंडी पखांजूर
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Published : Nov 26, 2019, 11:43 PM IST

Updated : Nov 27, 2019, 12:06 AM IST

कांकेरः पखांजूर के कृषि उपज मंडी में मंगलवार फसल खरीदी का दूसरा दिन था. कृषि उपज मंडी में किसान सुबह 6 बजे से लगभग 175 बोरी धान मंडी में बेचने के लिए लाए थे. जहां एक राइस मिल के मालिक ने 13 सौ बोली पर 61 बोरे धान की खरीदी की.

कृषि उपज मंडी पखांजूर

मंडी में क्षेत्रीय व्यापारियों ने बाली नहीं लगाई. क्षेत्रीय व्यापारियों का कहना है कि मिल मालिकों के बोली लगाने से उनके बोली लगाने की गुंजाइश नहीं है. उन्होंने बताया कि वे भी किसानों से धान खरीद कर मिल मालिकों के पास ही बेचते हैं.

किसानों ने धान बेचने से किया मना
व्यापारियों ने मंडी में धान की बोली 800 रुपए शुरू की थी, जो बढ़कर 930 रुपए प्रति क्विंटल की दर तक बढ़ा. जिसे मंडी में मौजूद किसानों ने घाटे का सौदा बताया और बेचने से इंकार कर दिया. किसान ने बताया कि राज्य सरकार 2500 सौ रुपए प्रति क्विंटल की दर से खरीदी कर रही है. जिसके हिसाब से उन्हें प्रति क्विंटल 1600 रुपए का घाट होगा.

व्यापारी संघ के कैशियर ने कहा कि किसानों की अच्छी क्वालिटी के धान को व्यापारी अच्छी कीमत पर जरूर खरीदेंगे.

संघ करेगी रजिस्टर्ड व्यापारियों के साथ बैठक
किसान नेता पवित्र घोष ने बताया कि मंगलवार को मंडी में ज्यादा व्यापारी नहीं पहुंचे. इस वजह से मंडी में मौजूद व्यापारी धान की बोली कम लगा रहे हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि किसानों को चिंता करने की जरुरत नहीं है. संघ क्षेत्र के सभी रजिस्टर्ड व्यापारियों के साथ मीटिंग करेगी. जिससे किसान धान को अधिक मात्रा और ज्यादा मूल्य में बेच सके.

कांकेरः पखांजूर के कृषि उपज मंडी में मंगलवार फसल खरीदी का दूसरा दिन था. कृषि उपज मंडी में किसान सुबह 6 बजे से लगभग 175 बोरी धान मंडी में बेचने के लिए लाए थे. जहां एक राइस मिल के मालिक ने 13 सौ बोली पर 61 बोरे धान की खरीदी की.

कृषि उपज मंडी पखांजूर

मंडी में क्षेत्रीय व्यापारियों ने बाली नहीं लगाई. क्षेत्रीय व्यापारियों का कहना है कि मिल मालिकों के बोली लगाने से उनके बोली लगाने की गुंजाइश नहीं है. उन्होंने बताया कि वे भी किसानों से धान खरीद कर मिल मालिकों के पास ही बेचते हैं.

किसानों ने धान बेचने से किया मना
व्यापारियों ने मंडी में धान की बोली 800 रुपए शुरू की थी, जो बढ़कर 930 रुपए प्रति क्विंटल की दर तक बढ़ा. जिसे मंडी में मौजूद किसानों ने घाटे का सौदा बताया और बेचने से इंकार कर दिया. किसान ने बताया कि राज्य सरकार 2500 सौ रुपए प्रति क्विंटल की दर से खरीदी कर रही है. जिसके हिसाब से उन्हें प्रति क्विंटल 1600 रुपए का घाट होगा.

व्यापारी संघ के कैशियर ने कहा कि किसानों की अच्छी क्वालिटी के धान को व्यापारी अच्छी कीमत पर जरूर खरीदेंगे.

संघ करेगी रजिस्टर्ड व्यापारियों के साथ बैठक
किसान नेता पवित्र घोष ने बताया कि मंगलवार को मंडी में ज्यादा व्यापारी नहीं पहुंचे. इस वजह से मंडी में मौजूद व्यापारी धान की बोली कम लगा रहे हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि किसानों को चिंता करने की जरुरत नहीं है. संघ क्षेत्र के सभी रजिस्टर्ड व्यापारियों के साथ मीटिंग करेगी. जिससे किसान धान को अधिक मात्रा और ज्यादा मूल्य में बेच सके.

Intro:ऐंकर - कृषि उपज मंडी पखांजुर में किसानों की फसल की खरीदी आज दूसरे दिन में बिके मात्र 61 बोरी धान।बतादे की पिछले दिनांक से पखांजुर कृषि उपज मंडी में किसानों की मेहनत की फसलों को खरीदारी शुरू किया गया था।पर पिछले कल कोई किसानों ने मंडी में अनाज लेकर बेचने नहीं पहुचे।आज सुबह 6 किसानों ने लगभग 175 बोरी धान मंडी में बेचने पहुंचे करीब 11 बजे मंडी में किसानों की अनाज की बोली कमला राइस मिल के मालिक ने 1300 रुपए की बोली पर 61 बोरी धान खरीदी किया गया है।Body:मिल मालिक द्वारा बोली लगाने पर क्षेत्रीय व्यापारियों ने कोई बोली नहीं लगाई।व्यापारियों ने कहा कि हम भी अनाजो को खरीद कर मिल पर ही बेचते हैं अगर मिल मालिक द्वारा मंडी में बोली लगाया जाता हैं तो हम व्यापारियों की बोलती बंद होना स्वाभाविक है वही जब मिल मालिक ने एक किसान की धान की बोली लगाने से इंकार किया गया तो व्यापारियों ने किसान के धान की बोली 800 रुपये से बोली लगते हुए बोली बढ़ कर 930 रुपये ही प्रति क्विंटल की दर तक बढ़ पाया उक्त किसान ने 930 रुपये को घाटे का सौदा बता कर बेचने के इनकार कर दिया किसान ने बताया कि सरकार 2500 सौ रुपये प्रति क्विंटल की दर से खरीदी कर रहे हैं तो मंडी में मुझे 1600 रुपए प्रति क्विंटल की दर मिले तो मै धान बेचूंगा।

वही किसान नेता पवित्र घोष ने कहा कि आज मंडी में ज्यादा व्यापारी नहीं पहुंचा इस बजय से किसानों की धान कम मात्रा में बिकी हैं उन्होंने कहा कि किसानों को चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है संघ द्वारा क्षेत्र के सभी रेजिडेंट व्यापारियों को बुला कर बैठक किया जाएगा ताकि किसानों की धान अधिक मात्रा में मंडी के माध्यम से बिक सके।उन्होंने ये भी कहा कि अच्छे व्यापारियों के नाम से कुछ व्यापारियों द्वारा किसानों को उधारी में फसल खरीदी कर पैसे के लिए गोल गोल घुमाया जाता हैं मंडी समिति द्वारा फसल बेचे जाने पर ये हेराफेरी बंद हो जाएगी।Conclusion:बही व्यापारी संघ के कैशिर ने कहा यह जो धान बेचने के लिए लाया गया है उसमें एक ही किसान की धान की क़्वालिटी अच्छी है बो मिल वाले खरीद लिया है बाकी जो धान यहां लाया गया है क़्वालिटी के हिसाब से दर ज्यादा होने पर व्यापारी खरीदी नहीं कर सकते हैं। व्यापारियों ने कहा कि किसान मंडी में धान लाएगा तो हम खरीदने के लिए तैयार है जबकि यही व्यापारी बाजारों से किसानों की धान 1300 रुपये प्रति क्विंटल की दर से खरीद करते आ रहे हैं।

बाइट - राम गोपाल सुनहरे(मंडी सचिव पखांजुर)सफेद शार्ट सर पर पके हुए बाल।

बाइट - पवित्र घोष (किसान संघ पखांजुर)माथे पर गुलाबी रंग के टिका है।

बाइट - नारायण पाल(कैशियर व्यापारी संघ पखांजुर)नीले रंग की शार्ट।

बदतर - सुबिमल मंडल(किसान)गले पर सफेद गमछा।

रिपोर्टर - देबाशीष बिस्वास पखांजुर 7587849010,6266609661

Last Updated : Nov 27, 2019, 12:06 AM IST
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