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दो सूत्रीय मांगों को लेकर जोगी कांग्रेस ने कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) ने विभिन्न मांगो को लेकर राज्यपाल के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है. कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं.

किसानों के मुद्दे पर जोगी कांग्रेस का हल्लाबोल
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Published : Nov 6, 2019, 5:22 PM IST

Updated : Nov 6, 2019, 11:36 PM IST

कवर्धा: जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) ने दो सूत्रीय मांगो को लेकर राज्यपाल के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है. कार्यकर्ताओं ने सरकार से धान खरीदी 15 नवंबर से शुरु करने की मांग की है. साथ ही नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव अप्रत्यक्ष रुप से कराए जाने का विरोध किया है. कार्यकर्ताओं ने मांगें पूरी नहीं होने पर प्रदेश भर में आंदोलन करने की भी चेतावनी दी है.

जोगी कांग्रेस ने कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के कार्यकर्ताओं का कहना है कि 'छत्तीसगढ़ सरकार ने छत्तीसगढ़ नगरपालिका, निगम (संशोधन) अध्यादेश को 25 अक्टूबर 2019 को लागू कर प्रदेश की शहरी जनता को सीधे महापौर और अध्यक्ष चुनने का दशकों पुराना अधिकार छीन लिया है. यह लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ और विवेकाधीन फैसला लिया है'.

सरकार पर लगाए गंभीर आरोप

जोगी कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया है कि 'सरकार ने प्रजा की जगह पैसा और पब्लिक की जगह पुलिस पर भरोसा जताया है. पार्षदों को दलबदल कानून के दायरे से बाहर केवल इसलिए रखा गया है कि, सरकार उनको खरीद कर और डरा धमकाकर अपने मनमाफिक महापौर और अध्यक्ष जनता पर थोप सके. इसलिए इस आदेश को निरस्त कर छत्तीसगढ़ के शहरों में लोकतंत्र की बहाली करने की मांग की है'.

पढ़ें :धान खरीदी को लेकर फिर केंद्र पर बरसे बघेल, कहा- 'किसान विरोधी है मोदी सरकार'

'धान खरीदी 15 नवंबर से की जाए'

वहीं कार्यकर्ताओं ने यह भी मांग की है कि धान खरीदी 15 नवंबर से किया जाए, क्योंकि किसानों की धान कटाई शुरू हो चुकी है और लगभग 30% से 35% धान की मिजाई 15 नवंबर तक हो जाती है. ऐसे में खरीदी में देरी होने से किसानों को स्टोरेज के अभाव में कोचियों को धान बेचना पड़ेगा.

कवर्धा: जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) ने दो सूत्रीय मांगो को लेकर राज्यपाल के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है. कार्यकर्ताओं ने सरकार से धान खरीदी 15 नवंबर से शुरु करने की मांग की है. साथ ही नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव अप्रत्यक्ष रुप से कराए जाने का विरोध किया है. कार्यकर्ताओं ने मांगें पूरी नहीं होने पर प्रदेश भर में आंदोलन करने की भी चेतावनी दी है.

जोगी कांग्रेस ने कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के कार्यकर्ताओं का कहना है कि 'छत्तीसगढ़ सरकार ने छत्तीसगढ़ नगरपालिका, निगम (संशोधन) अध्यादेश को 25 अक्टूबर 2019 को लागू कर प्रदेश की शहरी जनता को सीधे महापौर और अध्यक्ष चुनने का दशकों पुराना अधिकार छीन लिया है. यह लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ और विवेकाधीन फैसला लिया है'.

सरकार पर लगाए गंभीर आरोप

जोगी कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया है कि 'सरकार ने प्रजा की जगह पैसा और पब्लिक की जगह पुलिस पर भरोसा जताया है. पार्षदों को दलबदल कानून के दायरे से बाहर केवल इसलिए रखा गया है कि, सरकार उनको खरीद कर और डरा धमकाकर अपने मनमाफिक महापौर और अध्यक्ष जनता पर थोप सके. इसलिए इस आदेश को निरस्त कर छत्तीसगढ़ के शहरों में लोकतंत्र की बहाली करने की मांग की है'.

पढ़ें :धान खरीदी को लेकर फिर केंद्र पर बरसे बघेल, कहा- 'किसान विरोधी है मोदी सरकार'

'धान खरीदी 15 नवंबर से की जाए'

वहीं कार्यकर्ताओं ने यह भी मांग की है कि धान खरीदी 15 नवंबर से किया जाए, क्योंकि किसानों की धान कटाई शुरू हो चुकी है और लगभग 30% से 35% धान की मिजाई 15 नवंबर तक हो जाती है. ऐसे में खरीदी में देरी होने से किसानों को स्टोरेज के अभाव में कोचियों को धान बेचना पड़ेगा.

Intro: धान खरीदी 15 नवंबर से और नगरी निकाय व पंचायत चुनाव प्रत्यक्ष प्रणाली से करने जोगी कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे के कार्यकर्ताओं ने राज्यपाल के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा, और मांग पूरी नहीं होने पर प्रदेश भर में आंदोलन करने की भी चेतावनी दी हो।


Body:जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे का कहना है कि छत्तीसगढ़ सरकार ने छत्तीसगढ़ नगरपालिका, निगम (संशोधन) अध्यादेश 2019 को 25 अक्टूबर 2019 को लागू कर प्रदेश की शहरी जनता को सीधे महापौर और अध्यक्ष चुनने का दशकों पुराना अधिकार छीनने का लोकतंत्रिक मनमना और विवेकाधीन फैसला लिया है।जिसका विरोध करते हुऐ छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस जे के कार्यकर्ताओं ने राज्यपाल के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौपने पहुंची ।
जोगी कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया है कि सरकार ने प्रजा की जगह पैसा और पब्लिक की जगह पुलिस पर भरोसा जताया है पार्षदों को दलबदल कानून के दायरे से बाहर केवल इसलिए रखा गया है कि सरकार उनको खरीद कर और डरा धमकाकर अपने मनमाफिक रबड़ स्टांप महापौर और अध्यक्ष जनता पर थोप सके इसलिए इस आदेश को निरस्त कर छत्तीसगढ़ के शहरों में लोकतंत्र की बहाली करने की मांग की है।
और वही कार्यकर्ताओं यहां भी मांग की है , धान खरीदी 15 नवंबर से किया जाए ,कियूकि किसानों का धान कटाई प्रारंभ हो चुका है और लगभग 30 से 35% धान की मिसाई 15 नवंबर तक हो जाती है, ऐसे मे खरीदी में विलंब होने से किसानों को स्टोरेज के अभाव में कोचिया को धान बेचने के लिए मजबूर हो जाएंगे वही ।अचानक बारिश होती है तो धान खराब भी हो जाएगा ऐसे में किसानों को हित को ध्यान मे रखते हुऐ छत्तीसगढ़ सरकार को 15 नवंबर से ही धान की खरीदी प्रारंभ करवाया जाए ताकि किसानों को होने वाली नुकसान व समस्याओं से बचाया जा सके ।वही जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे के कार्यकर्ताओं ने मांगों पुरी नही होने पर सड़क की लड़ाई लडने की बात कह रहे है।



Conclusion:वही जिला प्रशासन ने ज्ञापन स्विकार कर और मांग को शासन को अवगत करने की बात कही है।

बाइट01 अशवनी यदू, ग्रामीण जिलाध्यक्ष जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे
बाइट02 अरुण सोनकर , डिप्टी कलेक्टर कवर्धा
Last Updated : Nov 6, 2019, 11:36 PM IST
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