कवर्धा: पंडरिया में पूर्व छात्र नेता सुमित तिवारी और उनकी टीम ने उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल, विधायक ममता चंद्राकर, अनुविभागीय अधिकारी पंडरिया, कुलसचिव दुर्ग यूनिवर्सिटी और कबीरधाम कलेक्टर को मांग पत्र दिया है. छात्र नेताओं ने मांग पत्र सौंपकर इस साल की परीक्षा फीस माफ करने की मांग की है.
पूर्व छात्र नेता सुमित तिवारी ने बताया कि कोरोना महामारी के चलते सभी कॉलेजों में जनरल प्रमोशन दिया गया है. या घर बैठे इस की परीक्षाएं ली जा रही हैं. इस महामारी के समय में सभी की आर्थिक स्थिति डगमगाई हुई है. सभी कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में प्रवेश शुल्क के साथ ही परीक्षा शुल्क लिया गया है.
विद्यार्थियों को लगाने पड़ रहे अपने पैसे
छात्र नेता ने कहा कि परीक्षा फीस विद्यार्थियों को उत्तर पुस्तिका और अन्य सुविधाएं देने के लिए ली जाती है. जबकि हमारे विश्वविद्यालय में ऐसी किसी भी प्रकार की सुविधाएं नहीं दी गई हैं. उल्टा उत्तर पुस्तिका लेने के लिए विद्यार्थियों को अपनी तरफ से पैसे लगाने पड़ रहे हैं.
डोंगरगढ़: ABVP ने की परीक्षा शुल्क वापस करने की मांग, कुलपति के नाम सौंपा ज्ञापन
प्रवेश शुल्क में कटौती की मांग
इन सभी मामलों को लेकर छात्र नेताओं ने शनिवार को नेता और अधिकारियों को मांग पत्र सौंपा है. छात्र नेताओं ने परीक्षा फीस माफ कर उसे बैंक खाते के जरिए वापस करने की मांग की है. साथ ही अगले सत्र के प्रवेश शुल्क में भी कटौती करने की मांग की है.
डोंगरगढ़ में भी की गई फीस वापसी की मांग
कोरोना महामारी की वजह से विश्वविद्यालय का वार्षिक कैलेंडर भी प्रभावित हुआ है. कॉलेज के छात्र-छात्राओं की परीक्षा ऑनलाइन माध्यम से हो रही है. इसकी वजह से परीक्षा की उत्तर पुस्तिका का अतिरिक्त खर्चा छात्रों को खुद उठाना पड़ रहा है. बीते गुरुवार को भी इस विषय को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की डोंगरगढ़ इकाई ने शासकीय नेहरू स्नातकोत्तर महाविद्यालय के प्राचार्य से मुलाकात की. कार्यकर्ताओं ने प्राचार्य से इस साल परीक्षा शुल्क माफ करने की मांग की.