कवर्धा: पंडरिया नगर में सोमवार को बीजेपी कार्यकर्ताओं ने 'मोर आवास मोर अधिकार रोक के रहे हे भूपेश सरकार' के नारे के साथ विधानसभा स्तरीय प्रदर्शन के तहत एसडीएम कार्यालय का घेराव किया. भीड़ को देखकर क्षेत्र छावनी में तब्दील कर दिया गया था. सुरक्षा के लिए बाहर से भी फोर्स बुलाई गई. एसडीएम कार्यालय पहुंचते ही पुलिस और बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच जमकर झड़प हुई. काफी देर तक हो हल्ला के साथ खींचातान चलती रही. वहीं काफी मान मनव्वल के बाद कार्यकर्ता माने.
प्रदर्शन में पहुंचे बीजेपी के बड़े नेता : एक दिन के दौरे पर सांसद संतोष पांडेय, शिवरतन शर्मा विधायक भाटापारा, विजय शर्मा प्रदेश महामंत्री, भावना बोहरा महिला मोर्चा प्रदेश उपाध्यक्ष, विशेश्वर पटेल पूर्व गौ सेवा आयोग अध्यक्ष, अनिल ठाकुर बीजेपी जिला अध्यक्ष कवर्धा, मोतीराम चंद्रवंशी पूर्व विधायक यहां पहुंचे थे. सभी नेताओं ने पंडरिया नगर में पानी टंकी मैदान में टेंट लगाकर सभा की और भूपेश सरकार पर आरोप लगाते हुए प्रदेश सरकार की नाकामियां गिनाई. आवास योजना के साथ ही शराब बंदी, धान खरीदी, खस्ताहाल सड़कों, बिजली माफ, गन्ना की राशि, आदिवासियों के शोषण तमाम मोर्चे पर सरकार को फेल बताया. सभा के समापन के बाद हजारों की संख्या में कार्यकर्ता सड़क पर उतर कर नारेबाजी करते हुए गांधी चौक से बस स्टैंड होते एसडीएम कार्यालय पहुंचे और घेराव किया.
Mor Awas Mor Adhikar: सक्ती में पीएम आवास के मुद्दे पर बीजेपी का प्रदर्शन
गरीबों और आदिवासियों का हक मार रही भूपेश सरकार: सांसद संतोष पांडे ने कहा कि " पीएम नरेंद्र मोदी की ओर से गरीब परिवार को आवास दिए गए थे, मगर भूपेश सरकार की ओर से अपना राज्ययांश ना देकर यहां के गरीब, आदिवासी, वनवासी और किसानों का हक मारा जा रहा है". बीजेपी कार्यकर्ताओं ने जहां आज अपना हक मांगने के लिए एसडीएम कार्यालय का घेराव किया गया, वहीं भूपेश सरकार की सभी योजनाओं को विफल बताते हुए आगे चुनाव के लिए जनता को जागरूक किया गया.
16 लाख परिवारों को नहीं मिल पाया आवास: भाटापारा विधायक और प्रदेश उपाध्यक्ष भाजपा शिवरतन शर्मा ने भूपेश सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि "प्रधानमंत्री आवास में राज्यांश की राशि जारी नहीं की जा रही है, जिसके चलते छत्तीसगढ़ के 16 लाख गरीब परिवार लाभ से वंचित हैं. इसलिए भारतीय जनता पार्टी की ओर से हर विधानसभा में विधायक का घेराव किया जा रहा है. मगर दुर्भाग्य है कि पंडरिया में कहीं भी विधायक का अता पता नहीं, जिसके चलते एसडीएम कार्यालय का घेराव किया गया." इसके साथ ही उन्होंने चेतावनी देते हुए 15 मार्च को विधानसभा घेरने की बात कही.