कवर्धा: बढ़ते शहरीकरण और औद्योगिकीकरण के साथ लगातार पेड़ों की कटाई हो रही है और शहरों से हरियाली दूर हो रही है. इस हरियाली और अपने पर्यावरण को बचाने के लिए पंडरिया विकासखंड के कुछ शिक्षकों ने अभिनव पहल की है. ये लोग शहर में घूम-घूम कर पौधे लगाते हैं, साथ ही लोगों को भी पौधे लगाने का संकल्प दिलाते हैं.
पंडरिया नगर में किसी की शादी हो या जन्मदिन. यहां हर मौके को खास और यादगार बनाने के लिए पौधे लगाए जाते हैं. पौधे घर या दुकानों के पास लगाए जाते हैं ताकि पौधों की देख-रेख हो सके. यहां कुछ शिक्षकों ने मिलकर एक समूह बनाया है. वे रोजाना अपने स्कूल की ड्यूटी से आने के बाद नगर में लगे पौधे की देख-रेख करने निकल जाते हैं. ये लोग इन पौधों को अपने बच्चे की तरह सहेज कर रखते हैं.
ऐसे बनी समिति
नगर में बढ़ती गर्मी और पानी की समस्या से निजात पाने और पर्यावरण बचाने के लिए 12 शिक्षकों ने एक समिति बनाई. इसके बाद इन लोगों ने जगह-जगह पौधे लगाए. लेकिन देख-रेख की कमी के कारण पौधे सूखने लगे या फिर इन पौधों को मवेशी चरते थे.
पौधे लगाने की खास योजना
इसके बाद समिति के लोगों ने एक योजना बनाई. उन्होंने फैसला लिया कि वे नगर के ही लोगों से पौधे लगवाएंगे और उन्हें इनकी देख-रेख करने का संकल्प दिलाएंगे. इस काम के लिए उन्होंने लोगों के खास दिन जैसे उनका जन्मदिन या शादी जैसे अवसरों को चुना ताकि उस खास दिन के साथ वह व्यक्ति पौधों की देखरेख करना भी याद रखे.
लौट आई हरियाली
देखते ही देखते उनकी ये योजना सफल हो गई. अब लोग अपने खास मौकों पर बढ़-चढ़ कर पौधे लगा रहे हैं. इतना ही नहीं बल्कि वे इनकी देख-रेख भी कर रहे हैं जिससे अब नगर में हरियाली एक बार फिर लौट आई है. आज पंडरिया नगर आस पास के इलाकों के लिए एक आदर्श नगर के रूप में उभर रहा है.