कवर्धा: सिटी कोतवाली के सरेखा गांव में गोवर्धन पूजा के दिन दो पक्षों में विवाद हो गया था. विवाद देखते ही देखते इतना बढ़ गया कि लोग खून-खराबे पर उतारू हो गए. दोनों पक्षों ने लाठी, टंगिया, हंसिया लेकर एक दूसरे पर जमकर हमला किया. इसी दौरान मोहन साहू ने दूसरे पक्ष के लोगों पर गोली चला दी, जिससे गोली रामविलास साहू के कमर पर जा लगी.
ग्रामीणों ने पुलिस को मामले की सूचना दी. पुलिस जानकारी लगते ही मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों को शांत कराया. पुलिस ने दोनों पक्षों के 15 लोगों पर FIR दर्ज कर लिया है. वहीं घायलों को जिला हॉस्पिटल लाया गया. रामविलास की हालत नाजुक होने के कारण रायपुर रेफर कर दिया गया है. जहां घायल रामविलास का ऑपरेशन कर कमर से गोली निकाली गई. अन्य घायलों को भी अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है.
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गोली मारने तक का अपराध दर्ज नहीं हुआ
इतने बड़े गंभीर मामले के आरोपी को पुलिस ने घटना के 20 दिन बाद भी गिरफ्तार नहीं किया है. पीड़ित रामविलास के परिजनों ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि आरोपियों को संरक्षण दिया जा रहा है. पुलिस लेन-देन कर मामले को दबाने की कोशिश कर रही है. इसलिए घटना के लगभग 20 दिन बाद भी पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ गोली मारने का अपराध दर्ज नहीं किया.
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पीड़ितों को कर रहे गुमराह !
पीड़ितों के मुताबिक 15 नवंबर को मीडिया में मामला सामने आया. इसके बाद पुलिस कार्रवाई की बात कह रही है, लेकिन कार्रवाई होती नहीं दिख रही है. पीड़ित की मानें तो एक सप्ताह से ज्यादा समय से सिटी कोतवाली का चक्कर लगा रहे हैं. डॉक्टर के द्वारा निकाली गई गोली की रिपोर्ट की कॉपी पुलिस को दी जा चुकी है, लेकिन पुलिस हमें गुमराह कर रही है और कारवाई नहीं कर रही है.
कब होगी कार्रवाई ?
वहीं पुलिस खुद गोली लगने की जानकारी नहीं होने और आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने की बात कह रही है.