जशपुर: आज के आधुनिक युग में भी सामाजिक बहिष्कार जैसी कुरीतियां अपने पैर पसारती जा रही है. ताजा मामला जिले के कांसाबेल जनपद क्षेत्र का है जहाँ देश की सेवा में लगे सशस्त्र बल के अधिकारी और उसके परिवार के सामाजिक बहिष्कार का मामला सामने आया है. जमीन विवाद को लेकर SAF के कंपनी कमांडर और उनके पूरे परिवार का ग्रामीणों ने सामाजिक बहिष्कार कर दिया है. इसके साथ ही समाज से बहिष्कृत परिवार से किसी भी प्रकार का संबंध रखने वाले व्यक्ति पर समाज के ठेकेदारों ने 5000 रुपये जुर्माने की सजा भी रखी है. पीड़ित परिवार ने एसपी और कलेक्टर से न्याय की गुहार लगाई है.
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न्याय के लिए भटक रहा कंपनी कमांडर का परिवार
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समाज के तथाकथित ठेकेदारों का फरमान
समाज के ठेकेदारों ने इस परिवार के किसी भी व्यक्ति से किसी भी प्रकार का संबंध रखने वालो पर पांच हजार रुपये के जुर्माने का फरमान भी जारी कर दिया है. अब पूरे गांव के लोगों ने पिछले एक साल से इस परिवार से सभी प्रकार का संबंध खत्म कर लिया है. देश की सेवा में लगे इस अधिकारी का पूरा परिवार अलग थलग पड़ा है. गांव में कोई भी ना तो उन्हें किसी कार्यक्रम में बुलाते हैं और ना ही इनके घर कोई व्यक्ति आता है और ना ही इनसे बात करता है.
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कलेक्टर और एसपी से न्याय की गुहार
सामाजिक बहिष्कार के बाद इस परिवार को खेती-किसानी में भी तकलीफ हो रही है. गांव का कोई भी मजदूर इनके खेतो में काम नहीं करता जिसकी वजह से अब इन्हें खेतों में काम कराने दूसरे गांव से मजदूरों को बुलाना पड़ रहा है. पीड़ित परिवार ने जिले के कलेक्टर और एसपी से दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.