जशपुर: छत्तीसगढ़-झारखंड सीमा पर निजी यात्री बस को रोके जाने पर जमकर हंगामा हुआ. बस को चेकिंग के लिए रोका गया था. बस रोके जाने से नाराज बस के मालिक ने ड्यूटी पर तैनात पुलिस और राजस्व सहित स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों से बदसलूकी की. जिसके बाद पुलिसकर्मियों सहित ड्यूटी पर तैनात अन्य अधिकारियों ने इसकी शिकायत लोदाम चौकी में की. मामले में पुलिस जांच के बाद कार्रवाई की बात कह रही है.
जानकारी के मुताबिक झारखंड के रांची से महाराष्ट्र के नागपुर तक चलने वाली एक निजी यात्री बस गुरुवार देर रात रांची से रवाना होकर लोदाम चेकपोस्ट पहुंची. जहां ड्यूटी पर तैनात प्रधान आरक्षक कृपा सिंधु तिग्गा ने बस को जांच के लिए रोका. जिला प्रशासन के निर्देश के मुताबिक बस में सवार यात्रियों से RTPCR जांच रिपोर्ट की मांग की गई. लेकिन बस में मौजूद एक भी यात्रियों ने कोरोना की RTPCR रिपोर्ट नहीं दिखाई. जिसके बाद पुलिस ने बस को बैरियर पर ही रोक दिया.
झारखंड और ओडिशा से जशपुर पहुंचने वाले लोगों की हो रही कोरोना जांच
बस मालिक पर बदसलूकी का आरोप
ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों ने बताया कि शुक्रवार सुबह करीब 10 बजे के आसपास निजी यात्री बस के मालिक दुर्ग के रहने वाले जितेंद्र सिंह और उनकी पत्नी कुलदीप कौर, लोदाम चेकपोस्ट पहुंचे. यहां उन्होंने नाके में मौजूद पुलिसकर्मियों से बस को रोके जाने पर आपत्ति जताई. साथ ही चेकपोस्ट पर ही हंगामा मचाना शुरू कर दिया. इसी दौरान दोनों पति पत्नी ने गाली गलौज करते हुए वर्दी उतरवाने की धमकी दी. शिकायत में पुलिसकर्मियों ने कार्रवाई की मांग की है.
जांच के बाद होगी कार्रवाई
जशपुर सिटी कोतवाली के थाना प्रभारी ओम प्रकाश ध्रुवे ने बताया कि उच्च अधिकारियों के निर्देश के मुताबिक अंतर्राज्यीय चेकपोस्ट पर सभी की जांच होती है. उसके बाद ही छत्तीसगढ़ में आने की अनुमति देनी है. इसी दौरान रांची से आ रही निजी बस को रोककर कोरोना की जांच रिपोर्ट मांगी गई. रिपोर्ट नहीं मिलने पर बस को रोका गया. जिसके बाद बस मालिक ने पुलिस के जवानों से बहस की. मामले में पुलिस के प्रधान आरक्षक कृपा सिंधु तिग्गा ने शिकायत की है. मामले में जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी.