जशपुर: राजनांदगांव से आए मजदूर के रैपिड टेस्ट में पॉजिटिव आने के बाद उसे रायगढ़ रेफर कर दिया गया है. जिसके बाद जिले में हाई अलर्ट घोषित कर के लॉकडाउन का सख्ती से पालन करवाया जा रहा है. इस घटना के बाद जनप्रतिनिधि राजनांदगांव प्रशासन पर सवाल खड़े कर रहे हैं.
दरअसल राजनांदगांव जिला प्रशासन ने झारखंड के 144 मजदूरों को जशपुर भेजा था. जिन्हें जिले के चार राहत केंद्रों में शिफ्ट किया गया. लुड़ेग राहत शिविर में एक मजदूर के रैपिड कोरोना टेस्ट में पॉजिटिव आने के बाद, जिले में हड़कंप मच गया है. मजदूर को इलाज के लिए रायगढ़ मेडिकल अस्पताल रेफर किया गया है. जिसके बाद प्रशासन ने जिले में हाईअलर्ट घोषित कर दिया है.
राजनांदगांव प्रशासन पर साधा गया निशाना
राजनांदगांव जिले से जशपुर में 144 मजदूरों को भेजे जाने के बाद अब जनप्रतिनिधि राजनांदगांव प्रशासन पर सवाल खड़े कर रहे हैं. कुनकुरी विधायक यू डी मिंज ने राजनांदगांव से बिना मेडिकल टेस्ट कराए और बिना जनप्रतिनिधियों को सूचित किये मजदूरों को जशपुर भेजे जाने पर नाराजगी जाहिर की है. साथ ही दोषियों पर कार्रवाई की मांग कर रही है.
जशपुर प्रशासन अलर्ट
झारखंड से आने वाले रास्तों को सील कर आवश्यक वस्तुओं पर भी प्रतिबंध लगा दिए गया है. प्रशासन लॉकडाउन का सख्ती से पालन कर रहा है, तो वहीं लुड़ेग को पूरी तरह से सील कर दिया गया है. बता दें, इससे पहले जशपुर जिले में एक भी कोरोना का मामला नहीं आया था इसके आने के बाद जिले में हड़कंप मचा हुआ है.