जशपुर: कोरोना संक्रमण काल के बीच बहुजन क्रांति मोर्चा ने शासन-प्रशासन की अनुमति के बिना ही आम सभा का आयोजन कर लिया. शहर के रणजीता स्टेडियम के चौराहे पर 500 से ज्यादा लोग इस आयोजन में शामिल हुए. यहां मौजूद लोगों ने कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए बनाए गए किसी भी गाइडलाइन का पालन नहीं किया. लोगों ने जमकर सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई.
आम सभा की सूचना जब प्रशासनिक अधिकारियों को मिली तब वे मौके पर पहुंचे. अधिकारियों ने बहुजन क्रांति पार्टी के लोगों को समझाइश दी, जिसके बाद उनका आंदोलन खत्म हुआ. इस संबंध में SDM ने उचित कार्रवाई करने की बात कही है.
केंद्र सरकार के खिलाफ किया जा रहा था आंदोलन
केन्द्र सरकार के हाल ही में कृषि क्षेत्र में सुधार के लिए जारी किए गए तीन अध्यादेशों के विरोध में बहुजन क्रांति मोर्चा, राष्ट्रीय किसान मोर्चा, राष्ट्रीय आदिवासी एकता परिषद, राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग मोर्चा और भारतीय एकता मोर्चा ने संयुक्त रूप से इस सभा का आयोजन किया था.
सभा में सुबह से ही आसपास के ग्रामीण अंचल से लोगों का आना शुरू हो चुका था, लेकिन जिम्मेदारों ने इस तरफ ध्यान नहीं दिया. तमाम संगठनों से जुड़े वरिष्ठ अतिथियों ने जब अपना संबोधन शुरू किया, तब आला अधिकारियों की नींद टूटी. सभा करने की जानकारी मिलने के बाद एसडीएम आकांक्षा त्रिपाठी, एसडीओपी राजेन्द्र सिंह परिहार, कोतवाली प्रभारी लक्ष्मण धुर्वे और तहसीलदार लक्ष्मण राठिया मौके पर पहुंचे.
अधिकारियों ने खत्म कराया आंदोलन
अधिकारियों ने आयोजक रूप नारायण एक्का से सभा के आयोजन करने की अनुमति से संबंधित दस्तावेज की मांग की. इस पर उन्होनें अनुमति के लिए एसडीएम कार्यालय में दिए गए आवेदन को अधिकारियों के समक्ष प्रस्तुत किया. अधिकारियों ने नाराजगी जताते हुए आम सभा को तत्काल बंद करने और जुटी हुई भीड़ को शारीरिक दूरी का पालन करने का आदेश दिया. इस बात को लेकर अधिकारियों और आयोजकों के बीच तीखी बहस भी हुई. आयोजक आखिर तक कोरोनाकाल में बिना अनुमति और सुरक्षा मानकों का पालन किए इस आयोजन को जायज ठहराते रहे. लेकिन कुछ देर बाद आयोजन समाप्त करा दिया गया.
पढ़ें- जशपुर: कोविड-19 सेंटर में अव्यवस्था, वीडियो और फोटो वायरल कर मरीजों ने लगाई गुहार
एसडीएम आकांक्षा त्रिपाठी ने बताया कि कार्यक्रम के लिए प्रशासन से अनुमति नहीं ली गई थी. किसान हित के विषय को देखते हुए सभा समाप्त करने के लिए 10 मिनट का समय दिया गया था. कार्रवाई के संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होनें कहा कि जनता और प्रशासन के हित के हिसाब से कार्रवाई की जाएगी.