जांजगीर-चांपा: प्रशासन ने सभी स्कूल संचालकों को 15 दिन पहले नोटिस जारी कर अपने विद्यालय की सभी गाड़ियों को फिटनेस चेक के लिए भेजने को कहा था. लेकिन स्कूल संचालकों ने अपने कुछ ही वाहन जांच के लिए भेजे हैं. अगर किसी स्कूल में 10 से ज्यादा वाहन संचालित हैं तो संचालकों ने 3 या 4 गाड़ियां ही चेकिंग के लिए भेजी हैं.
स्कूल संचालकों ने जो वाहन जांच के लिए भेजे हैं, उनमें भी खामियां पाई गई हैं. वाहनों में सीसीटीवी कैमरे नहीं थे, किसी में जाली नहीं थी. वहीं कई वाहनों की सीट टूटी हुई थी. किसी गाड़ियों में बस्ते रखने की जगह तक नहीं थी.
अधिकारी ने दिए सख्त निर्देश
इस पर परिवहन अधिकारी यशवंत यादव ने सख्त निर्देश दिए हैं. अफसर ने स्कूल संचालकों को खामियां दूर करने को कहा है, साथ ही फिटनेस न होने पर कार्रवाई की चेतावनी भी दी है.
सक्ती में मालखरौदा, जैजैपुर, डभरा, चन्द्रपुर, बाराद्वार, सक्ती इन सभी प्राइवेट स्कूलों के वाहनों का फिटनेस टेस्ट होना था लेकिन सिर्फ 48 वाहन ही पहुंचे. जबकि सक्ती नगर के ही प्राइवेट स्कूलों में लगभग 50 से 50 वाहन संचालित होते हैं. यहां से 18 वाहनों को फिट पाया गया. सवाल विभाग पर भी उठ रहे हैं क्योंकि अगर कम संख्या में गाड़ियां चेकिंग के लिए पहुंच रही हैं तो अधिकारियों द्वारा जवाब तलब क्यों नहीं किया गया.