सक्ती : शासन प्रशासन से मदद नहीं मिलने पर सक्ती जिले के बुंदेली पंचायत के किसानों ने अनोखी मिसाल कायम की है. इन किसानों ने अपनी मेहनत से डेढ़ किलोमीटर तक की सड़क बनाई है. पक्की सड़क बनाने की शासन प्रशासन से गुहार लगाकर थक चुके किसानों को पंचायत ने भी निराश किया. जिसके बाद किसानों ने खुद एक जुट होकर ग्राम सकर्री से भर्री खार तक लगभग डेढ़ किलोमीटर की सड़क बनाई है.
बुंदेली के किसानों ने दिखाई ताकत: इस सड़क से किसानों के खेतों पर पहुंचने का रास्ता आसान होगा. सभी ने मिलकर ट्रैक्टर, जेसीबी लगाकर खुद मेहनत करके सड़क को तैयार किया है. ग्रामीणों के मुताबिक बुंदेली पंचायत के सरपंच और स्थानीय विधायक से कई बार गुहार लगाने के बावजूद भी यह सड़क की मांग पूरी नहीं हो पाई. इसके अलावा शासन प्रशासन को भी कई बार आवेदन दिया गया. लेकिन कोई काम नहीं हुआ. इससे बाद किसानों ने आपस में चंदा करके खुद के ट्रैक्टर और जेसीबी की सहायता से यह सड़क बनानी शुरू की.
सक्ती के किसानों ने सिस्टम को दिखाया आईना : मुख्यालय से महज 10 किलोमीटर दूर बुंदेली पंचायत के आश्रित ग्राम में किसानों की यह पहल शासन प्रशासन के विकास के दावों को मुंहतोड़ जवाब देती है. गांव की सड़क वर्षों से उपेक्षा का शिकार रही है. सभी से फरियाद लगाने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं होने पर किसानों ने आपस में चंदा किया और आपसी सहयोग से सड़क बनाकर सिस्टम के मुंह पर तमाचा जड़ा है.
बुंदेली के किसानों को बारिश में अब नहीं होगी परेशानी : बुंदेली पंचायत के किसानों ने खुद पैसा इकट्ठा कर इस मुरुम की सड़क को बनाया है.ताकि बारिश के मौसम में गांव में आने जाने की परेशानी ना हो. सड़क के माध्यम से किसान अपने खेतों तक आसानी से पहुंच सकेंगे.बारिश से पहले ही किसान सड़क का काम खत्म करना चाहते हैं.किसानों की माने तो बारिश में कीचड़ के कारण खेतों में ट्रैक्टर फंस जाते हैं.जिसे निकालने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ती है.लेकिन अब इस सड़क के बन जाने से बारिश में कीचड़ में फंसने जैसी दिक्कत नहीं आएगी.