जांजगीर चांपा: राहुल साहू पिहरीद गांव में 10 जून को खेलने के दौरान बोरवेल के गड्ढे में गिर गया था. राहुल साहू को 5 दिन तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद बोरवेल से सुरक्षित बाहर निकाला गया. बोरवेल से निकाले जाने के बाद राहुल साहू को बिलासपुर के अपोलो अस्पताल में भर्ती किया गया. बोरवेल में लंबे समय तक फंसे रहने की वजह से राहुल गंभीर इंफेक्शन से जूझ रहा था. राहुल की तबीयत अब ठीक है. वह खुद अपने पैरों के बल चल रहा है. लिहाजा बिलासपुर अपोलो अस्पताल ने उसे डिस्चार्ज कर दिया है.
राहुल साहू जब अस्पताल से बाहर निकले तो उनकी एक झलक पाने के लिए लोग उमड़ पड़े. राहुल को पूरी तरह स्वस्थ देखकर सब लोग काफी खुश थे. जांजगीर चांपा रवाना करने के लिए बिलासपुर जिला प्रशासन की टीम मौजूद रही. जांजगीर जिला प्रशासन की टीम भी उसे रिसीव करने बिलासपुर पहुंची. जांजगीर कलेक्टर जितेंद्र शुक्ला और एसपी विजय अग्रवाल राहुल साहू को गाड़ियों के काफिले में लेकर जांजगीर चांपा पहुंचे.
बिलासपुर कलेक्टर सारांश मित्तर ने जताई खुशी: राहुल को विदा करने के लिए बिलासपुर कलेक्टर सारांश मित्तर (Bilaspur Collector Saransh Mittar) भी बिलासपुर अपोलो पहुंचे. इस दौरान कलेक्टर ने कहा कि '' राहुल के बेहतर इलाज और उसके पल-पल की स्थिति के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने निर्देशित कर रखा था इसके अलावा मैं खुद भी निजी तौर पर राहुल के स्वास्थ्य को लेकर ध्यान देता रहा. राहुल आज बेहतर लग रहा है और बिलासपुर जिला प्रशासन के साथ ही अपोलो प्रबंधन ने भी राहुल को इलाज के दौरान बेहतर व्यवस्था दी है. आज मुझे खुशी है कि राहुल वापस अपने लोगों के बीच अपने परिवार अपने घर जा रहा है.''
जांजगीर कलेक्टर जितेंद्र शुक्ला ने बताया इसे सबसे बड़ा खुशी का पल:राहुल के डिस्चार्ज के दौरान जांजगीर कलेक्टर और एसपी भी मौके पर पहुंचे इस दौरान जांजगीर कलेक्टर जितेंद्र शुक्ला ने कहा, '' रेस्क्यू के दौरान हुए पूरे 5 दिन वहां उपस्थित थे. कड़ी मेहनत और लगन के साथ ही राहुल के जीवन जीने की दृढ़ इच्छा पूरे रेस्क्यू ऑपरेशन को सक्सेसफुल बनाया. आज राहुल डिस्चार्ज हुआ है.उन्हें राहुल के डिस्चार्ज होने पर काफी खुशी हो रही है. वह स्वस्थ है. यह जानकर मेरा मन खुश हो रहा है. राहुल के डिस्चार्ज होने को लेकर मैं बहुत खुश हूं और इससे बड़ा कोई खुशी का पल इस समय मुझे महसूस नहीं हो रहा है.''
जांजगीर एसपी विजय अग्रवाल ने कहा राहुल हमेशा ठीक रहे: रेस्क्यू के दौरान 5 दिनों तक सुरक्षा व्यवस्था को संभालने और सुरक्षा बनाए रखने वाले जांजगीर-चांपा के एसपी विजय अग्रवाल ने कहा कि ''काफी खुशी हो रही है कि राहुल आज अपने घर जा रहा है और वे कामना करेंगे कि राहुल आने वाले समय में और बेहतर ढंग से जिंदगी यापन कर सके. अपने परिवार वालों को आज जिस तरह खुशी दिया है वैसे ही खुशी उन्हें देते रहे''
बिलासपुर अपोलो अस्पताल से ऐसे जांजगीर पहुंचा राहुल साहू: अपोलो अस्पताल से सीधे अपने गांव पिहरीद पहुंचे. जहां राहुल के स्वागत में भजन मंडली, डीजे और रथ सजा कर लाया गया. इतना ही नहीं राहुल के रेस्क्यू पर यहां गाना भी बन गया. राहुल के स्वागत में डीजे में गाना बजाया गया "कका ल सलाम".राहुल की रेस्क्यू टीम और जिला प्रशासन को धन्यवाद देते हुए डीजे के साथ राहुल साहू अपने घर पिहरीद गांव पहुंचा.
राहुल की मां ने किया सबका शुक्रिया: राहुल की मां गीता देवी साहू ने कहा '' बहुत अच्छा लग रहा है. मेरा बेटा मेरे पास आ गया. स्वास्थ्य भी अच्छा है. मैं मुख्यमंत्री, अधिकारी, डॉक्टर सभी को धन्यवाद देती हूं.''
राहुल के पिता ने की राम से तुलना : राहुल के पिता ने कहा "जिस दिन राहुल बोरवेल में गिरा था, उस दिन को याद कर रोंगटे कांप जाते हैं. आज ऐसा लग रहा है जैसे अयोध्या में राम वनवास खत्म कर वापस लौट आए हैं."
राहुल की बुआ ने बनाया उसका पसंदीदा भोजन: जब राहुल अपने घर पहुंचा तो आरती की थाल सजा कर परिजन और ग्राम वासियों ने राहुल का स्वागत किया. राहुल की बुआ ने राहुल का पसंदीदा भोजन राहुल के लिए बनाया. इस बीच परिवारवाले और ग्रामीणों में भी राहुल की वापसी की खुशी साफ तौर पर देखने को मिली.
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ऐसे बोरवेल में गिरा था राहुल : पिहरीद गांव का राहुल अपने घर के पीछे खेलते समय 10 जून की दोपहर को बोरवेल के गड्ढे में गिर गया था. जैसे ही जिला प्रशासन को इस घटना की सूचना मिली देर शाम से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया. कलेक्टर जितेंद्र शुक्ला की अगुवाई में जिला प्रशासन की टीम पिहरीद गांव पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन की शुरुआत की गई. एनडीआरएफ, सेना और एसडीआरएफ ने साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड के विशेषज्ञों की मदद से बड़े पैमाने पर बचाव अभियान शुरू (Rescue operation of Rahul Sahu of Janjgir Champa) किया. बचावकर्मियों ने बोरवेल के समानांतर गड्ढे की खुदाई की. बोरवेल में फंसे राहुल से केवल एक मीटर की दूरी पर चट्टान की वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन में दिक्कत आई. लेकिन बचाव दल ने चुनौतियों से निपट लिया. आखिरकार 104 घंटे बाद 15 जून रात 11 बजकर 46 मिनट पर रेस्क्यू टीम ने चट्टान तोड़कर राहुल को सुरक्षित बोरवेल से बाहर निकाला.
सीएम भूपेश बघेल ने की थी ये घोषणा : जांजगीर-चांपा में 5 दिनों तक बोरवेल में फंसे रहने के बाद राहुल को निकाला गया था. राहुल को बोरवेल से निकालने के बाद सीधे बिलासपुर के अपोलो अस्पताल भेजा गया था, जहां उसका इलाज चला. सीएम बघेल भी खुद राहुल से मिलने अपोलो अस्पताल पहुंचे थे. इस दौरान सीएम बघेल ने घोषणा की थी कि राहुल की चिकित्सा और शिक्षा-दीक्षा का खर्च राज्य सरकार (Baghel government will bear education and medical expenses of Rahul Sahu) उठाएगी.