जांजगीर चांपा: गोधना के अनुदान प्राप्त स्कूलों में शिक्षक पद पर फर्जी भर्ती का खुलासा (Fake recruitment of teachers exposed) हुआ है. कोरोना के आपदा को अवसर बना कर अपने बेटों और रिश्तेदारों को गलत तरीके से यहां भर्ती दी गई है. मामले की शिकायत के बाद जिला शिक्षा अधिकारी ने खुद जांच की तो पूरी भर्ती प्रक्रिया की अनियमितता पाई गई है. जिला शिक्षा अधिकारी ने जांच रिपोर्ट को राज्य शासन को भेज दिया है. इस फर्जीवाड़े में कार्रवाई का इंतजार है.
शासन के आदेश को किया दरकिनार
कोरोना काल में गोधना के सरस्वती हायर सेकेण्डरी स्कूल में शासन के आदेश की जमकर धज्जियां उड़ाई गई. जिसके बाद राज्य शासन ने प्रदेश भर के अनुदान प्राप्त स्कूलों में भर्ती पर रोक लगा दी, लेकिन गोधना के अनुदान प्राप्त स्कूल में कोरोना काल में तत्कालीन डीईओ केएस तोमर, स्कूल के प्राचार्य पीके तिवारी और शाला विकास समिति के अध्यक्ष केके सिंह ने 8 पदों पर भर्ती की. नियमों को दरकिनार कर अपने बेटों और रिश्तेदारों की नियुक्ति कर दी.
गोधना स्कूल के सभी स्टाफ के भुगतान पर रोक
इतना ही नहीं शासन से स्वीकृति मिले बिना ही 8 शिक्षकों को मार्च ,अप्रैल और मई महीने का पेमेंट भी कर दिया और पुराने स्टाफ को भुगतान नहीं किया गया. मामले की जानकारी मिलने पर जिला शिक्षा अधिकारी ने पूरी प्रक्रिया की जांच की और गोधना स्कूल के सभी स्टाफ के भुगतान पर रोक लगाई है.
जिला शिक्षा अधिकारी डीके कौशिक ने बताया कि मामला गंभीर है. जांच में पूरी भर्ती प्रक्रिया फर्जी पाई गई है और जांच के सभी दस्तावेज राज्य शासन को भेज दिए गए हैं.