जांजगीर-चांपा: अकलतरा क्षेत्र में स्थापित केएसके महानदी पॉवर प्लांट में बिना सूचना 10 जनवरी से किए गए लॉक आउट के बाद अब मामला गर्माने लगा है. इससे 3 हजार से ज्यादा भूविस्थापितों सहित अन्य कामगारों के भविष्य पर खतरा मंडराने लगा है. इस मामले में अकलतरा विधायक सौरभ सिंह ने प्रधानमंत्री को 11 बिन्दुओं में पत्र लिखकर प्लांट प्रबंधन की मनमानी से अवगत कराया है.
सौरभ सिंह ने श्रम सचिव छत्तीसगढ़ शासन को भी पूरे मामले से अवगत कराने पत्र लिखा है. इस मामले में प्रबंधन और प्रशासन ने चुप्पी साध रखी है जो कि आने वाले दिनों मे बड़ी समस्या साबित हो सकती है. साल 2007-08 मे केएसके महानदी पॉवर प्लांट अकलतरा के नरियरा क्षेत्र में 10 गांवों के 1842 किसानों से 2 हजार एकड़ से ज्यादा जमीन ली गई थी.
पढ़ें-केएसके महानदी पावर प्लांट में बर्खास्त मजदूरों की बहाली
प्लांट का पहले भी रहा विवादों से नाता
शुरुआत से ही केएसके महानदी पॉवर प्लांट का विवादों से नाता रहा है. 15 महीने पहले भी भू-विस्थापित कर्मियों के द्वारा लंबित वेतनमान और इंक्रीमेंट की मांग करने पर प्लांट में लॉक आउट किया गया था. प्लांट प्रबंधन के रवैये से जिला प्रशासन को वाकिफ कराने क्षेत्रीय विधायक सौरभ सिंह कलेक्ट्रेट पहुंचे थे, लेकिन कोई विशेष पहल जिला प्रशासन की ओर से नहीं की गई.