जगदलपुर: छत्तीसगढ़ में कोरोना से हाहाकार मचा हुआ है. रायपुर, दुर्ग और राजनांदगांव की स्थिति ज्यादा गंभीर है. प्रदेश के ज्यादातर अस्पतालों में वेंटिलेटर, ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी के वजह से मौतों के आंकड़े भी बढ़ रहे हैं. वहीं बस्तर की बात करें तो यहा भी हालात गंभीर होती जा रही है. जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है, ऐसे में स्वास्थ विभाग के संसाधनों को लेकर ईटीवी भारत ने खास पड़ताल की.
300 से ज्यादा ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध
वर्तमान में बस्तर जिले में 300 से अधिक ऑक्सीजन सिलेंडर (oxygen cylinders) की व्यवस्था है, जिसमें जंबो साइज के सिलेंडर के साथ ही छोटे सिलेंडर भी शामिल हैं. इसके साथ ही बस्तर संभाग के सबसे बड़े डिमरापाल अस्पताल में भी सेंट्रल ऑक्सीजन की सुविधा मिल गई है. जिले के अलग-अलग क्वारंटाइन सेंटर में भी ऑक्सीजन सिलेंडर युक्त 100-100 बेड तैयार किए गए हैं.
अस्पताल में सेंट्रल ऑक्सीजन की सुविधा
अस्पताल अधीक्षक डॉक्टर केएल आजाद ने बताया कि वर्तमान में डिमरापाल अस्पताल में 300 ऑक्सीजन सिलेंडर की सुविधा है. इसके अलावा सेंट्रल ऑक्सीजन की भी सुविधा मिल गई है. अब कोविड मरीजों के साथ साथ अन्य बीमारी से गंभीर मरीजों को सेंट्रल ऑक्सीजन की सुविधा मिल सकेगी. अस्पताल अधीक्षक ने बताया कि वर्तमान में डिमरापाल कोविड अस्पताल में 200 बेड की सुविधा है. इसे बढ़ाने की भी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. फिलहाल अभी कोविड अस्पताल में 70 एक्टिव मरीजों का इलाज जारी है.
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फिलहाल जिले में हालात काबू
जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, डॉ. आरके चतुर्वेदी ने बताया कि वर्तमान में स्वास्थ विभाग के पास पर्याप्त ऑक्सीजन सिलेंडर हैं. उन्होंने बताया कि जिले में अभी हालात काबू में है. साथ ही संसाधनों में किसी तरह की कमी ना हो, इसके लिए समय-समय पर जिला कलेक्टर के साथ बैठक कर आवश्यक चीजों की खरीदी भी की जा रही है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि बस्तर जिले में ऑक्सीजन प्लांट की भी सुविधा है. ऐसे में जिले में ऑक्सीजन सिलेंडर को लेकर कोई दिक्कत नहीं है.