बस्तर: बस्तर के नगरनार स्थित एनएमडीसी प्लांट में सालों की मेहनत रंग लाई है. नगरनार स्टील प्लांट ने स्टील उत्पादन शुरू कर दिया है. नगरनार स्टील प्लांट का निर्माण कार्य साल 2003 से शुरू हुआ था. अब 20 साल बाद 2023 में इस प्लांट ने प्रोडक्शन शुरू कर स्टील का उत्पादन किया है. अब जल्द ही इस स्टील प्लांट का उद्घाटन देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों किया जा सकता है.
नगरनार एनएमडीसी प्लांट की क्षमता: नगरनार एनएमडीसी प्लांट की क्षमता सालाना 3 मिलियन टन उत्पादन है. इस प्लांट में हॉट मेटल उत्पादन के 9 दिन बाद एचआर कॉइल का भी उत्पादन शुरू कर दिया है. जिसके बाद अब यह प्लांट पूरी तरह से प्रोडक्शन के लिए तैयार है. एनएमडीसी के कार्यवाहक सीडीएम और निर्देशक अमिताभ मुखर्जी ने इस उत्पादन को एक बड़ी उपलब्धि बताया है.
"भारत ने जिस दिन चंद्रयान मिशन के जरिये चांद पर लैंडिग किया. ठीक उसके अगले ही दिन बस्तर जिले के नगरनार स्थित एनएमडीसी स्टील प्लांट में भी उत्पादन की अंतिम प्रक्रिया शुरू कर दिया गया. जो बस्तर के लिए सबसे बड़ी उपलब्धि है." - अमिताभ मुखर्जी, कार्यवाहक सीडीएम एवं निर्देशक, एनएमडीसी
NMDC प्लांट के संचालक ने बस्तरवासियों को दी बधाई: नगरनार NMDC प्लांट के संचालक प्रवीण कुमार ने भी इस दिन को एनएमडीसी प्लांट नगरनार के लिए ऐतिहासिक और यादगार बताया है. उन्होंने बताया कि गुरुवार को इस प्लांट से कॉइल की पहली खेप निकाली गई है. उन्होंने भरोसा जताया है कि यह प्लांट निश्चित तौर पर आने वाले दिनों में बस्तर का नक्शा बदलेगा. इस सफलता के लिए उन्होंने बस्तर वासियों को भी धन्यवाद दिया है.
नगरनार NMDC प्लांट क्यों है खास: पिछले 6 दशकों से भी अधिक समय से बस्तर संभाग के दंतेवाड़ा जिले के बैलाडीला से एनएमडीसी लौह अयस्क का खनन कर रहा है. लेकिन यह लौह अयस्क रेल मार्ग के माध्यम से भारत देश के अलावा विदेशों में स्थित स्टील प्लांट उत्पादक संस्थाओं को बेचा जाता था. लेकिन इसका फायदा विशेष रूप से बस्तर को नहीं मिलता था. लेकिन अब बस्तर जिले के नगरनार में एनएमडीसी स्टील प्लांट स्थापित किया गया है. जो स्टील उत्पादन करेगा. जिसके कारण पूरे बस्तर संभाग की दिशा और दशा बदलेगी.