बस्तर: बस्तर में एक आदिवासी महिला बस्तर संभाग के लोगों के लिए एक मिसाल (first tribal woman mechanic of Bastar division) बनी हुई है. वह गांव के युवतियों और महिलाओं के लिए प्रेरणा स्त्रोत भी हैं. आर्थिक तंगी की वजह से पढ़ाई छोड़ इस महिला ने बेहद कम उम्र में कुछ करने की ठानी और आज संभाग की एकलौती महिला बाइक मैकेनिक है. इस महिला ने खुद के दम पर न सिर्फ बाइक रिपेयरिंग और ऑटो पार्ट्स की शॉप खोला बल्कि अपने साथ कुछ युवतियों को बाइक रिपेयरिंग की ट्रेनिंग भी देती है.
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"ठान लो, तो कोई काम असंभव नहीं": हेमवती नाग ने बताया कि "शुरुआत से लोग कहते थे कि बाइक ठीक करना आसान नहीं है. इसमें काफी मेहनत और ताकत लगती है. तुम नहीं कर पाओगी. लेकिन उनकी बातों को नजरअंदाज कर अपने काम में जुट जाती थी. अब लोगों ने रोकना टोकना ही बंद कर दिया है."