जगदलपुर: बीजापुर के सिलगेर कैंप में 16 मई को सुरक्षाबलों की गोली से 3 लोग मारे गए थे. घटना उस वक्त हुई जब लगभग 3 हजार ग्रामीण सिलगेर में स्थापित किए जा रहे CFPF कैंप का विरोध करने पहुंचे थे. पुलिस ने तीनों मृतकों की शिनाख्त नक्सलियों के DKMS सदस्य के रूप में की है. बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने बताया कि ग्रामीण तार की बैरिकेटिंग को तोड़कर कैंप में घुसने का प्रयास कर रहे थे. तभी ग्रामीणों की आड़ में खड़े नक्सलियों ने गोली चलाई थी. इस दौरान सुरक्षाबलों ने भी जवाबी कार्रवाई की थी.
बीजापुर में पुलिस कैंप पर नक्सलियों का हमला, 3 लोगों की मौत: बस्तर IG
मारे गए तीनों लोग, नक्सलियों के फ्रंट लाइन कैडर
बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने पुष्टि की है कि मारे गए तीनों लोग नक्सली संगठन के फ्रंट लाइन में काम करने वाले कैडर थे. तीनों नक्सली अलग-अलग संगठनों से जुड़े थे. उन्होंने बताया कि गोलीबारी में 5 अन्य लोग घायल भी हुए थे. इसके अलावा 13 डीआरजी और 6 सीआरपीएफ के जवान भी घायल हुए थे. मामले में 8 लोगों को हिरासत में लिया गया है. रिमांड में लेकर उनसे पूछताछ भी जारी है. जल्द से जल्द सभी को न्यायालय में पेश किया जाएगा.
सिलगेर में पुलिस कैंप पर हमला: ग्रामीणों ने 3 से ज्यादा लोगों के मारे जाने का दावा किया
कैसे हुई घटना?
सुरक्षाबल लगातार बस्तर के कोर इलाकों में कैंप स्थापित कर रहे हैं. पुलिस की माने तो नक्सलियों के दबाव में ग्रामीण इन कैंप का विरोध कर रहे हैं. 16 मई को भी इसी तरह 3 हजार के लगभग ग्रामीण सिलगेर में स्थापित हो रहे कैंप का विरोध करने पहुंचे थे. आंदोलन अचानक उग्र हुआ और ग्रामीण कैंप के अंदर घुसने की कोशिश करने लगे. इस दौरान दोनों ओर से गोलीबारी हुई थी.
परिजनों को सौंप दिए गए शव
आईजी ने बताया है कि फिलहाल ग्रामीण कैंप के विरोध में मौके पर डटे हुए हैं. किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए संभाग मुख्यालय जगदलपुर से अतिरिक्त पुलिस बल को रवाना किया गया है. साथ ही मारे गए तीनों नक्सलियों के शव भी परिजनों को सौंप दिए गए हैं.