गरियाबंद: 55 साल के बुजुर्ग ने अपनी जान बचाने के लिए दो भालूओं से जमकर संघर्ष किया. घायल होने के बावजूद भी बुजुर्ग ने लाठी के सहारे भालूओं को खदेड़ दिया.
यह घटना गरियाबंद के घुटकूनवापारा गांव के जंगल की है बुजुर्ग जब अपने खेत जाने के लिए निकले तो रास्ते में दो भालूओं ने हमला कर दिया. भालू अपने पैरों पर खड़ा होकर बुजुर्ग की छाती पर पैर रखते हुए मुंह को पकड़ने की कोशिश कर रहा था. बुजुर्ग ने बीच में लाठी लगाई और भालू को धकेल दिया.
बुजुर्ग पर दो भालुओं ने हमला बोला
इसके बाद दूसरे भालू ने पीछे से हमला किया और इसी तरह 20 मीनट तक दोनों भालू बुजुर्ग पर काबू पाने का प्रयास करते रहे. इस बीच जमीन पर गिरते ही बुजुर्ग के सर पर एक भालू ने ऐसा वार किया कि हालात देखने लायक नहीं थे. बुजुर्ग को जब ऐसा लग गया कि अब वह उनसे हारने वाला है तो उसने पूरी ताकत लगा कर लाठी से भालू की नाक पर तेज प्रहार किया और चीख कर उन्हें डराने लगा बुजुर्ग का हमला देख भालू खड़े हो गए.
बुजुर्ग को लहुलूहान देख गांववालों ने अस्पताल में भर्ती कराया
इसी तरह लहुलूहान स्थिति में बुजुर्ग गांव तक पहुंचा. जहां गांव वालों ने बुजुर्ग की हालत खराब देख कर एंबुलेंस बुलाई और बुजुर्ग को चिकित्सालय में भर्ती कराया. जहां डॉक्टर भी बुजुर्ग के सिर पर लंबा-चौड़ा चोट देखकर हैरान थे कि आखिर बुजुर्ग ने कैसे घायल रहते हुए भी दो भालूओं से संघर्ष कर अपनी जान बचाई.
वन विभाग ने इलाज के लिए परिजन को रुपए दिए
बुजुर्ग की गंभीर स्थिति को देखते हुए जहां चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद उसे रायपुर रेफर कर दिया हैं. वहीं मामले की वन विभाग ने बुजुर्ग के परिजनों को इलाज के लिए महज 2000 की राशि सहायता प्रदान की.