गरियाबंद: रेत को ट्रकों और ट्रैक्टरों में भरकर ढुलाई करते तो आपने अक्सर देखा और सुना होगा, लेकिन क्या आपने बाइक और कार से रेत की ढुलाई के बारे में सुना और देखा है.
बाइक और कार से ढोई गई रेत
आप सोच रहे होंगे भला बाइक और कार से रेत कौन ढोता है. गरियाबंद के रेत माफिया ने यह अनोखा कारनामा कर दिखाया है. फिंगेश्वर विकासखंड की कोपरा पंचायत के कुछ ग्रामीण इन दिनों चिलचिलाती धूप में दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं.
ग्रामीणों ने जमा किए दस्तावेज
ग्रामीणों का दावा है कि उनके गॉव में संचालित रेत खदान में बडे पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ है. भ्रष्टाचार को सामने लाने के लिए ग्रामीणों ने पहले तो सूचना के अधिकार के तहत दस्तावेज जमा किए और फिर विभाग के अफसरों को सौंप दिए.
दोषियों पर नहीं हुई कार्रवाई
ग्रामीणों से मिले दस्तावेजों की जांच के दौरान भ्रष्टाचार की बात सामने आई, बावजूद इसके प्रशासन ने अब तक दोषियों पर कोई कार्रवाई नहीं की है. ग्रामीणों के मुताबिक रेत माफिया ने बाइक और कार से रेत परिवहन दिखाकर शासन को रायलटी के नाम पर लाखों रुपये का चुना लगाया है.
जिम्मेदार स्वीकार रहे गलती
रेत खदान संचालित करने वाली ग्राम पंचायत के जिम्मेदार भी गलती होने की बात स्वीकार कर रहे हैं. लेकिन उन्होंने भ्रष्टाचार से इंकार किया है. जिम्मेदारों का दावा है कि जो गड़बड़ी सामने आयी है वह इक्का-दुक्का रायलटी में ही है, यदि उनकी मंशा भ्रष्टाचार करने की होती तो शायद वे बडे पैमाने पर इस तरह की गड़बड़ी करके मुनाफा कमाने की सोचते.
कार्रवाई का दिया भरोसा
अफसरों के मुताबिक ट्रक मालिकों की ओर से अपने वाहनों का गलत नंबर बताने के कारण ये स्थिति निर्मित हुई है. वहीं जिला प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारियों ने दोषियों के खिलाफ जल्द सख्त कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया है.
कब होगी कार्रवाई
अब देखने वाली बात ये है कि ग्रामीणों की ओर से भ्रष्टाचार के तमाम दस्तावेज देने के बाद भी जिला प्रशासन इस मामले में कब और क्या कार्रवाई करता है.