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प्रतिभा : 8वीं के छात्र ने अंतरिक्ष-ब्रह्मांड व खगोलीय घटना पर अंग्रेजी में लिखी किताब, CBSE ने किया प्रकाशित - gariaband news

मूंगझर के डीएवी मुख्यमंत्री पब्लिक स्कूल में 8वीं के छात्र पीयूष जायसवाल ने अंतरिक्ष व ब्रह्मांड की विभिन्न जानकारी व खगोलीय घटना पर 88 पन्नों की अंग्रेजी माध्यम में किताब लिखी है.

8th student wrote a book in English on space-universe astronomical phenomenon
8वीं के छात्र ने अंतरिक्ष-ब्रह्मांड व खगोलीय घटना पर अंग्रेजी में लिखी किताब
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Published : Aug 25, 2021, 4:26 PM IST

गरियाबंद : मूंगझर के डीएवी मुख्यमंत्री पब्लिक स्कूल में पढ़ने वाले 8वीं के छात्र पीयूष जायसवाल ने अंतरिक्ष व ब्रह्मांड की विभिन्न जानकारी व खगोलीय घटना पर अंग्रेजी माध्यम में किताब लिखी है. फुल फील ऑफ कॉसमॉस के नाम के 88 पन्नों के इस बुक का बुधवार को कलेक्टोरेट मुख्यालय में कलेक्टर नीलेश क्षीरसागर ने विमोचन किया. उनके साथ एडिशनल एसपी सुखनंदन राठौर भी मौजूद थे.

8वीं के छात्र ने अंतरिक्ष-ब्रह्मांड व खगोलीय घटना पर अंग्रेजी में लिखी किताब

12 साल के बच्चे ने लिखी किताब, यह जिले के लिए गर्व की बात

किताब के विमोचन के बाद कलेक्टर ने कहा कि प्रतिभा उम्र देख कर नहीं आती. 12 वर्ष की उम्र में एक बच्चे द्वारा किताब लिखना, हमारे जिले के लिए गर्व की बात है. एक तरह का यह रिकॉर्ड भी माना जा सकता है. गिनीज बुक में नाम जाए, इसके लिए भी प्रयास किया जाएगा. एसएसपी ने भी नन्हें राइटर की तारीफ करते हुए कहा कि 1000 पन्नों की जानकारी केवल 88 पन्नों की इस किताब में मौजूद है. इस किताब को पाठ्यक्रम में शामिल किया जा सकता है. सभी के लिए यह किताम ज्ञानवर्धक साबित होगी.

बचपन से ही ब्रह्मांड में रुझान, डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम हैं प्रेरणा

पीयूष के पिता पी जायसवाल डीएवी स्कूल के टीचर हैं. उन्होंने बताया कि पीयूष का रुझान शुरू से ही खगोलशास्त्र पर केंद्रित था. दो साल पहले पीयूष नासा में ओलम्पियाड परीक्षा देकर गोल्ड मेडल हासिल कर चुका है. डॉ एपीजे अब्दुल कलाम व स्पेस फील्ड साइंटिस्ट एलोन मस्क को पीयूष ने प्रेरणा स्रोत माना है. इनकी किताबें पीयूष ने छठी कक्षा से ही पढ़ना शुरू कर दिया था. यू ट्यूब पर भी लगातार विस्तृत जानकारी उसने एकत्र की है. पीयूष स्कूलों के कार्यक्रम में फर्राटेदार अंग्रेजी बोलकर आयोजनों की एंकरिंग भी करता है. इसलिए अंग्रेजी में किताब लिखने में उसे आसानी हुई.


सीबीएसई की किताबें प्रकाशित करने वाले नोशन प्रेस ने किया प्रकाशन

पीयूष के पिता पी जायसवाल ने बताया कि किताबें लिखने के बाद प्रकाशित होने पर शंशय बना हुआ था. बेटे की जिद के आगे पिता ने भी हिम्मत नहीं हारी. अपने शुभचिंतकों से मार्गदर्शन लेकर सीबीएसई की किताबें प्रकाशित करने वाली संस्थान नोशन प्रेस से सम्पर्क किया. ईमेल आईडी पर किताब में उल्लिखित सामग्री का विवरण भेजा. लगातार संवाद का दौर चला. दो बार सुधार के लिए भी पॉइंट दिये गए. फिर इस बड़ी संस्था ने प्रकाशन की हरी झंडी दे दी. 22 जुलाई 2021 को इस किताब का प्रकाशन हो गया.


150 देशों के 30 हजार बुक डिपो में उपलब्ध होगी किताब

प्रकाशक से तय अनुबंध के आधार पर पीयूष के पिता ने बताया कि नोशन प्रेस बुक्स को 150 देशों के 30 हजार बुक डिपो में उपलब्ध करवा रहा है. अमेजन व फ्लिप्कार्ट में भी इसकी मार्केटिंग होगी. किताब की कीमत 165 रुपये तय है. इसमें से 17 प्रतिशत रॉयल्टी रॉयटर्स को मिलना है. बता दें कि 88 पन्नों में मौजूद लेटेस्ट जानकारी, अभी तक किसी एक प्लेटफॉर्म पर नहीं थी. इसके लिए पीयूष ने 50 से भी ज्यादा किताबें, यूट्यूब व अन्य सोशल सोर्सेज का अध्ययन किया था.

गरियाबंद : मूंगझर के डीएवी मुख्यमंत्री पब्लिक स्कूल में पढ़ने वाले 8वीं के छात्र पीयूष जायसवाल ने अंतरिक्ष व ब्रह्मांड की विभिन्न जानकारी व खगोलीय घटना पर अंग्रेजी माध्यम में किताब लिखी है. फुल फील ऑफ कॉसमॉस के नाम के 88 पन्नों के इस बुक का बुधवार को कलेक्टोरेट मुख्यालय में कलेक्टर नीलेश क्षीरसागर ने विमोचन किया. उनके साथ एडिशनल एसपी सुखनंदन राठौर भी मौजूद थे.

8वीं के छात्र ने अंतरिक्ष-ब्रह्मांड व खगोलीय घटना पर अंग्रेजी में लिखी किताब

12 साल के बच्चे ने लिखी किताब, यह जिले के लिए गर्व की बात

किताब के विमोचन के बाद कलेक्टर ने कहा कि प्रतिभा उम्र देख कर नहीं आती. 12 वर्ष की उम्र में एक बच्चे द्वारा किताब लिखना, हमारे जिले के लिए गर्व की बात है. एक तरह का यह रिकॉर्ड भी माना जा सकता है. गिनीज बुक में नाम जाए, इसके लिए भी प्रयास किया जाएगा. एसएसपी ने भी नन्हें राइटर की तारीफ करते हुए कहा कि 1000 पन्नों की जानकारी केवल 88 पन्नों की इस किताब में मौजूद है. इस किताब को पाठ्यक्रम में शामिल किया जा सकता है. सभी के लिए यह किताम ज्ञानवर्धक साबित होगी.

बचपन से ही ब्रह्मांड में रुझान, डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम हैं प्रेरणा

पीयूष के पिता पी जायसवाल डीएवी स्कूल के टीचर हैं. उन्होंने बताया कि पीयूष का रुझान शुरू से ही खगोलशास्त्र पर केंद्रित था. दो साल पहले पीयूष नासा में ओलम्पियाड परीक्षा देकर गोल्ड मेडल हासिल कर चुका है. डॉ एपीजे अब्दुल कलाम व स्पेस फील्ड साइंटिस्ट एलोन मस्क को पीयूष ने प्रेरणा स्रोत माना है. इनकी किताबें पीयूष ने छठी कक्षा से ही पढ़ना शुरू कर दिया था. यू ट्यूब पर भी लगातार विस्तृत जानकारी उसने एकत्र की है. पीयूष स्कूलों के कार्यक्रम में फर्राटेदार अंग्रेजी बोलकर आयोजनों की एंकरिंग भी करता है. इसलिए अंग्रेजी में किताब लिखने में उसे आसानी हुई.


सीबीएसई की किताबें प्रकाशित करने वाले नोशन प्रेस ने किया प्रकाशन

पीयूष के पिता पी जायसवाल ने बताया कि किताबें लिखने के बाद प्रकाशित होने पर शंशय बना हुआ था. बेटे की जिद के आगे पिता ने भी हिम्मत नहीं हारी. अपने शुभचिंतकों से मार्गदर्शन लेकर सीबीएसई की किताबें प्रकाशित करने वाली संस्थान नोशन प्रेस से सम्पर्क किया. ईमेल आईडी पर किताब में उल्लिखित सामग्री का विवरण भेजा. लगातार संवाद का दौर चला. दो बार सुधार के लिए भी पॉइंट दिये गए. फिर इस बड़ी संस्था ने प्रकाशन की हरी झंडी दे दी. 22 जुलाई 2021 को इस किताब का प्रकाशन हो गया.


150 देशों के 30 हजार बुक डिपो में उपलब्ध होगी किताब

प्रकाशक से तय अनुबंध के आधार पर पीयूष के पिता ने बताया कि नोशन प्रेस बुक्स को 150 देशों के 30 हजार बुक डिपो में उपलब्ध करवा रहा है. अमेजन व फ्लिप्कार्ट में भी इसकी मार्केटिंग होगी. किताब की कीमत 165 रुपये तय है. इसमें से 17 प्रतिशत रॉयल्टी रॉयटर्स को मिलना है. बता दें कि 88 पन्नों में मौजूद लेटेस्ट जानकारी, अभी तक किसी एक प्लेटफॉर्म पर नहीं थी. इसके लिए पीयूष ने 50 से भी ज्यादा किताबें, यूट्यूब व अन्य सोशल सोर्सेज का अध्ययन किया था.

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