दुर्ग : छत्तीसगढ़ के सबसे विकसित शहरों में से एक भिलाई(bhilai) इन दिनों गंदे पानी से जूझ रहा है. भिलाई के टाउनशिप(township bhilai) इलाके में पिछले 2 महीनों से मटमैला पानी आ रहा है. पानी की शिकायत(water problem) नेता से लेकर अधिकारियों तक की गई, लेकिन नतीजा शून्य निकला. भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन(Bhilai Steel Plant Management) टाउनशिप में गंदे व मटमैला पानी की समस्या को दूर करने में अब तक असमर्थ है. दुर्ग लोकसभा सांसद विजय बघेल(Durg MP Vijay Baghel) भिलाई के मरोदा स्थित फिल्टर प्लांट पहुंचे. उन्होंने बहुत ही गहराई से फिल्टर प्लांट का दौरा कर स्थिति की जानकारी ली.
डोंगरगांव में फिल्टर प्लांट का निरीक्षण करने पहुंचे विधायक दलेश्वर साहू
गंगरेल बांध से मंगाया जा रहा पानी
सांसद बघेल ने बताया कि पहले तांदुला डैम से पानी आया करता था. अब मटमैले पानी की वजह से गंगरेल डैम से पानी मंगाया जा रहा हैं. वर्तमान में 235 क्यूसेक पानी गंगरेल डैम से आ रहा है. उन्होंने कहा कि शुद्ध पानी देने के लिए बीएसपी प्रबंधन और सिंचाई प्रबंधन दोनों मिलकर अपना कर्तव्य निभा रहे हैं. एक-दो दिन में टाउनशिप में रहने वाले लोगों को शुद्ध पानी मिलेगा.
बीएसपी का दावा पीने योग्य है पानी
बीएसपी प्रबंधन के वीएस राय का कहना है कि वर्तमान समय में बीएसपी से दिया जा रहा पानी पीने योग्य है. एक-दो दिनों में मटमैला रंग पानी से चला जाएगा. गंगरेल डैम से 235 क्यूसेक पानी प्रतिदिन छोड़ा जा रहा है. हर रोज लैब में पानी की टेस्टिंग करके ही टाउनशिप इलाके में पानी छोड़ा जाता है. उन्होंने बताया कि केवल रंग में फर्क आ रहा है, वह एक दो दिन में सही हो जाएगा, लेकिन पानी पीने योग्य है.