दुर्ग: जिला प्रशासन के कर्मचारी पर डॉक्टरों से बदसलूकी करने का आरोप लगा है. डॉक्टर का आरोप है कि जिला प्रशासन के अधिकारी का रीडर बताकर एक कर्मचारी ने उससे अभद्र व्यवहार किया है. अस्पताल में भर्ती कोविड संक्रमित एक मरीज जिसका नाम संतोष त्रिपाठी बताया जा रहा है.
मिली जानकारी के मुताबिक संतोष त्रिपाठी कोरोना पॉजिटिव पाया गया था, लेकिन जांच में उसकी रिपोर्ट निगेटिव आ गई. डॉक्टर ने पुख्ता जांच करने के लिए कहा लेकिन संतोष त्रिपाठी होम आइसोलेशन की अनुमति को लेकर अड़ गए. संतोष ने डॉक्टर की खटिया खड़ी करने की धमकी दी और अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया. इसी मामले में मंगलवार को कई डॉक्टर्स ने काम बंद कर दिया. डॉक्टर्स सीएमओ का दफ्तर घेरकर अब दोषी पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.
एस्मा लगाकर संविदा स्वास्थ्यकर्मियों की हो रही बर्खास्ती, कर्मचारी संघ ने जताई नाराजगी
स्वास्थ्यकर्मी की बेटी की कोरोना से हो चुकी है मौत
मिली जानकारी के मुताबिक रीडर जिस स्वास्थ्यकर्मी को धमकी दे रहा है, उसकी बेटी की कोरोना संक्रमण से मौत हो गई है. उसके बावजूद स्वास्थ्यकर्मी अपनी सेवा दे रहा है. इस घटना के बाद स्वास्थ्यकर्मियों ने एकजुट होकर मुख्य चिकित्सा एंव स्वास्थ्य अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर रीडर के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह किया है. जिला प्रशासन ने SDM स्तर के दो अधिकारियों को मामले की जांच का जिम्मा सौंपा है. जांच रिपोर्ट आने के बाद ही दोषी पर कार्रवाई की जाएगी.