धमतरीः प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. इसके साथ ही धमतरी जिले में भी कोरोना का कहर देखने को मिल रहा है. यहां रोजाना औसतन 30 से ज्यादा कोरोना के मरीज सामने आ रहे हैं. ऐसे में बढ़ते संक्रमण ने व्यापारियों की भी चिंता बढ़ा दी है. यहीं वजह है कि अब शहर के सराफा व्यवसायियों ने कोरोना संक्रमण को बढ़ने से रोकने के लिए 7 दिनों तक अपनी दुकानें बंद करने फैसला लिया है.
धमतरी में महीने भर से कोरोना संक्रमण का तेजी से फैलाव हो रहा है. इसकी वजह से मौतें भी हो रही है. ऐसे में सराफा एसोसिएशन के सभी सदस्यों ने करोना संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए सर्वसम्मति से एक सप्ताह तक सम्पूर्ण लॉकडाउन का निर्णय लिया है. यानी इस दौरान सभी सराफा दुकाने बंद रहेगी और न ही सराफा से संबधित कोई कामकाज होगा. सराफा संघ के अध्यक्ष शिशिर सेठिया ने यह उम्मीद जताई कि इस कदम से नगर में जागरूकता आएगी.
जिले में अब तक 11 लोगों की मौत
कोरोना के बढ़ते मामलों से पूरे प्रदेश में दहशत है. वहीं जिले में भी लगातार कोरोना मरीजों के आकड़े बढ़ते जा रहे हैं. जिले में कोरोना के आकड़े 500 पार कर चुका है. वहीं इससे अबतक 11 लोगों की मौत भी हो चुकी है.
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वहीं धमतरी में ज्यादातर मुक्तिधाम शहर के रिहायशी इलाके में आते हैं. कोरोना से मृत व्यक्तियों के शव को अंतिम संस्कार के लिए घनी बस्तियों से लेकर मुक्तिधाम तक ले जाना पड़ता है. जिसका पुरजोर विरोध किया जा रहा है. वार्ड में लोगों का विरोध देखते हुए स्थानीय पार्षद और जनप्रतिनिधियों ने जिला प्रशासन से कोरोना से मरने वाले व्यक्तियों के अंतिम संस्कार शहर से बाहर कराने की मांग की है.